कच्छ/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को गुजरात के कच्छ में भारतीय सेना के जवानों के साथ दीपावली मनाने पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं, मां भारती की सेवा में तैनात देश के हर जवान को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। मेरी इन शुभकामनाओं में आपके प्रति 140 करोड़ देशवासियों का कृतज्ञ भाव भी शामिल है और उनका आभार भी शामिल है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मातृभूमि की सेवा का यह अवसर बड़े सौभाग्य से मिलता है। यह सेवा आसान नहीं है। यह मातृभूमि को सर्वस्व मानने वालों की साधना है। यह मां भारती के लाडलों और लाडलियों की तप और तपस्या है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपकी यह अटल इच्छाशक्ति, अथाह शौर्य, पराक्रम की पराकाष्ठा ... देश जब आपको देखता है तो उसे सुरक्षा और शांति की गारंटी दिखाई देती है। दुनिया जब आपको देखती है तो उसे भारत की ताकत दिखाई देती है और दुश्मन जब आपको देखता है तो उसे बुरे मंसूबों का अंत दिखाई देता है। जब आप जोश में दहाड़ते हैं तो आतंक के आका कांप जाते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में ऐसी सरकार है, जो देश की सीमा के एक इंच से भी समझौता नहीं कर सकती है। इसलिए आज जब हमें यह जिम्मेदारी मिली है तो हमारी नीतियां हमारी सेनाओं के संकल्पों के हिसाब से बनती हैं। हम दुश्मन की बातों पर नहीं, हमारी सेनाओं के संकल्पों पर भरोसा करते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत में अपनी सबमरीन बनाई जा रही है। आज हमारा तेजस फाइटर प्लेन वायुसेना की ताकत बन रहा है। पहले भारत की पहचान हथियार मंगाने वाले देश की थी। आज भारत दुनिया के कितने ही देशों को डिफेंस उपकरण निर्यात कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ एक और पहलू जुड़ा हुआ है, जिसकी उतनी चर्चा नहीं होती। यह है- बॉर्डर टूरिज्म। इसमें हमारे कच्छ के पास अपार संभावनाएं हैं। इतनी समृद्ध विरासत, आकर्षण और आस्था के हमारे अद्भुत केंद्र प्रकृति की अद्भुत देन हैं। गुजरात में कच्छ और खंभात की खाड़ी के मैंग्रोव फॉरेस्ट बहुत महत्त्वपूर्ण हैं। गुजरात के समुद्री तटों पर समुद्री जीवों व वनस्पतियों का पूरा इकोसिस्टम है। सरकार ने भी मैंग्रोव के जंगलों के विस्तार के लिए कई कदम उठाए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा राष्ट्र जीवंत चेतना है, जिसे हम मां भारती के रूप में पूजते हैं। हमारे जवानों के तप और त्याग के कारण ही आज देश सुरक्षित है, देशवासी सुरक्षित हैं। सुरक्षित राष्ट्र ही प्रगति कर सकता है। इसलिए आज जब हम विकसित भारत के लक्ष्य की ओर इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं तो इसमें आप सब इस स्वप्न के रक्षक हैं।