तेहरान/दक्षिण भारत। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद ईरान की मुद्रा में भारी गिरावट आ गई है। माना जा रहा है कि ट्रंप ईरान पर नए प्रतिबंधों की घोषणा करने के साथ बड़ी कार्रवाई कर सकते हैं।
इससे ईरानी मुद्रा रियाल भारी दबाव में आ गई है। यह बुधवार को सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर आ गई। रियाल का कारोबार डॉलर के मुकाबले 703,000 रियाल पर हुआ।
साल 2015 में, विश्व शक्तियों के साथ ईरान के परमाणु समझौते के समय, यह 32,000 रियाल प्रति डॉलर था।
इस साल 30 जुलाई को जब ईरान के सुधारवादी नेता मसूद पेजेशकियन ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली और अपना कार्यकाल शुरू किया तो उस दिन एक डॉलर 584,000 रियाल के बराबर था।
ट्रंप ने साल 2018 में एकतरफा ढंग से अमेरिका को समझौते से हटा लिया था, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। वह स्थिति आज तक जारी है।
यह गिरावट ऐसे समय में आई है, जब ईरान की अर्थव्यवस्था वर्षों से संघर्ष कर रही है। यह देश अपने परमाणु कार्यक्रम के कारण अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना कर रहा है। माना जा रहा है कि ईरान यूरेनियम का संवर्धन कर रहा है, जिससे परमाणु बम बनाया जा सकता है।