वॉशिंगटन/दक्षिण भारत। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने अभी तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात नहीं की है, लेकिन निकट भविष्य में दोनों के बीच बातचीत होने की संभावना है। पुतिन ने भी पहले कहा था कि वे ट्रंप से बात करने के लिए तैयार हैं।
स्थानीय मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अपनी चुनावी जीत के बाद से 'संभवतः' 70 विश्व नेताओं से बात की है, लेकिन पुतिन उनमें से नहीं थे। हालांकि उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हम बात करेंगे।'
करीब एक घंटे पहले दक्षिणी रूसी शहर सोची में वल्दाई इंटरनेशनल डिस्कशन क्लब की बैठक में बोलते हुए पुतिन ने ट्रंप को उनकी जीत पर बधाई दी और कहा कि वे उनसे फोन पर बात करने के लिए तैयार हैं। पुतिन ने कहा, 'मेरे लिए उन्हें खुद फोन करना कोई बड़ी बात नहीं होगी।'
अपने पूरे अभियान के दौरान ट्रंप ने यह वादा किया था कि यदि वे निर्वाचित होते हैं तो रूस-यूक्रेन संघर्ष को शीघ्र समाप्त कर देंगे। उन्होंने कहा था कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वे पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की, दोनों से बात करेंगे।
ट्रंप ने कुछ और विवरण दिए और मॉस्को ने सावधानीपूर्वक प्रतिक्रिया दी है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पिछले महीने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि 'कोई जादू की छड़ी है', जो रातोंरात लड़ाई को रोक सकती है।
मॉस्को का कहना है कि किसी भी समझौते की शुरुआत यूक्रेन द्वारा सैन्य अभियान बंद करने तथा इस 'क्षेत्रीय वास्तविकता' को स्वीकार करने से होनी चाहिए कि वह डोनेट्स्क, लुगांस्क, खेरसॉन और ज़ापोरोज़े के क्षेत्रों के साथ-साथ क्रीमिया पर कभी भी नियंत्रण हासिल नहीं कर सकेगा। इसके अलावा, क्रेमलिन इस बात पर जोर देता है कि उसके सैन्य अभियान के लक्ष्य - जिनमें यूक्रेनी तटस्थता, विसैन्यीकरण और नाजी-मुक्ति शामिल हैं - हासिल किए जाएंगे।
हालांकि, पुतिन ने गुरुवार को कहा कि वे ट्रंप के बयानों को गंभीरता से लेते हैं और संघर्ष को रोकने के उद्देश्य से उनके प्रस्ताव 'कम से कम ध्यान देने योग्य हैं।'