मोदी का कांग्रेस पर आरोप- 'चुनाव महाराष्ट्र में है, वसूली कर्नाटक-तेलंगाना में डबल हो गई'

प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के अकोला में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया

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अकोला/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को महाराष्ट्र के अकोला में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विदर्भ का आशीर्वाद हमेशा मेरे लिए खास रहा है। अब एक बार फिर मैं विधानसभा चुनाव में महायुति के लिए आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 9 नवंबर है और यह तारीख बहुत ही ऐतिहासिक है। आज ही के दिन साल 2019 में देश की सर्वोच्च अदालत ने राम मंदिर पर फैसला दिया था। नौ नवंबर की यह तारीख इसलिए भी याद रखी जाएगी, क्योंकि उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद हर धर्म के लोगों ने बहुत ही संवेदनशीलता का परिचय दिया। राष्ट्र प्रथम की यही भावना भारत की बहुत बड़ी ताकत है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2014 से 2024 के 10 वर्षों में महाराष्ट्र ने भाजपा को लगातार दिल खोलकर आशीर्वाद दिया है। भाजपा पर महाराष्ट्र के इस भरोसे की वजह भी है। इसकी वजह है- महाराष्ट्र के लोगों की देशभक्ति, राजनीतिक समझ और दूर दृष्टि।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी केंद्र में हमारी सरकार को 5 महीने ही हुए हैं। इन 5 महीनों में लाखों करोड़ रुपए की परियोजनाएं शुरू की गई हैं। इसमें बड़ी संख्या में महाराष्ट्र से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट भी हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दो कार्यकाल में मोदी ने गरीबों को 4 करोड़ पक्के घर बनाकर दिए हैं। इतना ही नहीं, उस समय जो लक्ष्य था, वो पूरा भी कसर दिया। अब हम गरीबों के लिए 3 करोड़ नए घर और बनाने की शुरुआत कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव के समय मैंने 70 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की गारंटी देने का वादा किया था। हमारी सरकार ने बुजुर्गों की सेवा के लिए यह योजना लॉन्च कर दी है। सत्तर साल से ऊपर के बुजुर्गों को वय-वंदना आयुष्मान कार्ड मिलने शुरू हो गए हैं। सबका साथ, सबका विकास की भावना के साथ ही इस योजना का लाभ हर वर्ग, हर समाज, हर धर्म के बुजुर्गों को मिलेगा। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और अघाड़ी वालों ने महाराष्ट्र के लोगों की जिस मांग को दशकों तक पूरा नहीं होने दिया, मोदी ने वह भी पूरी कर दी है। हमें मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा देने का सौभाग्य मिला है। मराठी को वो सम्मान मिला है, जिससे पूरे महाराष्ट्र का गौरव जुड़ा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि महायुति सरकार के अगले 5 साल कैसे होंगे, इसकी एक झलक महायुति के वचननामे में भी दिख रही है। महिलाओं की सुरक्षा और महिलाओं के लिए अवसर, माझी लाडकी बहीण योजना का विस्तार, युवाओं के लिए लाखों रोजगार, विकास के बड़े-बड़े काम। महायुति सरकार महाराष्ट्र के विकास को डबल स्पीड से आगे बढ़ाएगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि महायुति के घोषणा पत्र के बीच, महाअघाड़ी वालों का घोटाला पत्र भी आया है। अब तो पूरा देश जानता है- महाअघाड़ी यानी भ्रष्टाचार, हजारों करोड़ के घोटाले, पैसों की उगाही, टोकन मनी और ट्रांसफर-पोस्टिंग का धंधा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां कांग्रेस की सरकार बन जाती है, वह राज्य कांग्रेस के शाही परिवार का एटीएम बन जाता है। इन दिनों हिमाचल, तेलंगाना और कर्नाटक जैसे राज्य कांग्रेस के शाही परिवार के एटीएम बने हुए हैं। लोग बता रहे हैं कि इन दिनों महाराष्ट्र में चुनाव के नाम पर कर्नाटक में वसूली डबल हो गई है। चुनाव महाराष्ट्र में है और वसूली कर्नाटक और तेलंगाना में डबल हो गई है। आरोप है कि कर्नाटक में इन लोगों ने शराब के दुकानदारों से 700 करोड़ रुपए की वसूली कराई है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे अकोला को कपास के उत्पादन के लिए जाना जाता है। कपास टेक्सटाइल इंडस्ट्री का बहुत बड़ा आधार है, लेकिन हमारे कपास किसान को दशकों तक इन संभावनाओं का लाभ नहीं मिला। ये हालात अब बदल रहे हैं। कपास किसानों की आय बढ़ाने के लिए उद्योग और इंफ्रास्ट्रक्टर दोनों को बढ़ावा दिया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प है- किसान खुद इतना सशक्त हो कि वह देश की प्रगति का नायक बनकर उभरे। इसलिए हम किसान की आय बढ़ा रहे हैं और खर्च कम कर रहे हैं। हमने पीएम किसान सम्म्मान निधि शुरू की, महायुति सरकार ने उसमें अपना सहयोग दिया। इसका परिणाम है कि महाराष्ट्र के किसानों को सालाना 12 हजार रुपए मिल रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस जानती है कि देश जितना कमजोर होगा, वह उतनी मजबूत होगी। इसीलिए अलग-अलग जातियों को लड़ाना, यही कांग्रेस की फितरत है। आजादी के बाद से ही कांग्रेस ने कभी हमारे दलित समाज को एकजुट नहीं होने दिया। कांग्रेस ने हमारे एसटी समाज को भी अलग अलग जातियों में बांटकर रखा। ओबीसी नाम सुनते ही कांग्रेस चिढ़ जाती है। ओबीसी समाज की अलग से पहचान न बने, इसलिए कांग्रेस ने भांति-भांति के खेल खेले हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कांग्रेस और उसके साथियों ने अनुच्छेद-370 को फिर से बहाल करने का प्रस्ताव पास किया है। आप मुझे बताइये कि क्या जम्मू-कश्मीर में फिर से अनुच्छेद-370 लागू होना चाहिए? अलगाववादी, आतंकी संगठन और पाकिस्तान अनुच्छेद-370 का रोना रोते रहते हैं। जितनी भारत विरोधी ताकतें हैं, सबके सब अनुच्छेद-370 का समर्थन करते हैं। और, वही कांग्रेस की भी भाषा है।

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