क्वेटा/दक्षिण भारत। पाकिस्तान में बलोचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने शनिवार को भारी कहर बरपाया है। उसने क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुए आत्मघाती धमाके की जिम्मेदारी ली है, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई और 62 लोग घायल हो गए।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह घटना बलोचिस्तान के मस्तुंग जिले में एक बालिका स्कूल और अस्पताल के पास हुए बम धमाके के एक हफ्ते बाद हुई है। उस घटना में पांच बच्चों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी।
पाकिस्तान, खासकर बलोचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में पिछले साल आतंकवाद से संबंधित घटनाओं में तेजी से वृद्धि देखी गई है।
संवाददाताओं से बातचीत करते हुए प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता वसीम बेग ने कहा कि धमाके में दो लोगों की मौत हो जाने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है, जबकि 62 अन्य घायल हो गए हैं।
क्वेटा डिवीजन के कमिश्नर हमजा शफकत ने कहा कि यह धमाका मुख्य रूप से कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर एक 'आत्मघाती हमला' था, जबकि नागरिकों को भी निशाना बनाया गया।
शफकत ने कहा कि क्षेत्र में लोगों के इकट्ठे होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बस स्टेशनों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। रेलवे से स्टेशन बंद करने तथा रेल सेवाएं निलंबित करने का अनुरोध किया गया है।
उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि नागरिकों के अलावा कुछ कानून प्रवर्तन कर्मी भी मारे गए हैं।
बलोचिस्तान के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) मोअज्जम जाह अंसारी ने कहा, 'लक्ष्य इन्फैंट्री स्कूल के सैन्यकर्मी थे।'