तेहरान/दक्षिण भारत। ईरान ने अमेरिका के इस आरोप का खंडन किया है कि उसने चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रची थी। उसने कहा है कि ये बातें वॉशिंगटन और तेहरान के बीच तनाव बढ़ाने के लिए इजराइल समर्थक तत्त्वों द्वारा फैलाई गई हैं।
बता दें कि शुक्रवार को अमेरिकी न्याय विभाग ने दावा किया कि ईरानी अधिकारियों ने फरहाद शकेरी नामक एक व्यक्ति से ट्रंप की हत्या के लिए 'योजना उपलब्ध कराने' को कहा था। साथ ही कहा कि उसे अमेरिका के अंदर अमेरिकी और इजराइली नागरिकों की हत्या करने का भी काम सौंपा गया था।
शकेरी को अफगान नागरिक बताया गया है, जो डकैती के लिए लंबी सजा काटने के बाद साल 2008 में अमेरिका से निर्वासित होकर तेहरान में रह रहा था।
अभियोग में दो अमेरिकी नागरिकों, कार्लिस्ले रिवेरा और जोनाथन लोडहोल्ट को भी आरोपित किया गया था, जिन पर तेहरान को ईरानी मूल के अमेरिकी नागरिक का पता लगाने में मदद करने का आरोप था।
एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे ने एक बयान में कहा, 'आज घोषित किए गए आरोप, अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाने के ईरान के निरंतर प्रयासों को उजागर करते हैं, जिनमें राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप, अन्य सरकारी नेता और तेहरान में शासन की आलोचना करने वाले असंतुष्ट लोग शामिल हैं।'
शनिवार को ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस्माईल बाघेई ने आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज करते हुए उन्हें पूरी तरह से निराधार बताया। उन्होंने कहा, 'इस समय ऐसे दावे इजराइल और ईरानविरोधी हलकों द्वारा रची गई एक दुर्भावनापूर्ण साजिश है, जिसका उद्देश्य अमेरिका और ईरान के बीच मुद्दों को और अधिक जटिल बनाना है।'
बाघेई ने यह भी याद दिलाया कि ईरान ने अतीत में भी इसी तरह के 'झूठे' आरोपों का खंडन किया था। वे जाहिर तौर पर अगस्त में अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा किए गए अभियोग का जिक्र कर रहे थे, जिसमें एक पाकिस्तानी नागरिक पर ईरान द्वारा हत्या करने के लिए अमेरिका भेजे जाने का आरोप लगाया गया था। कथित तौर पर योजनाबद्ध हमलों में से एक, ट्रंप को निशाना बनाकर किया गया था।
इस साल चुनाव से पहले ट्रंप की हत्या की दो बार कोशिशें की गई थीं। पहली कोशिश जुलाई में हुई थी, जब थॉमस मैथ्यू क्रूक्स ने पेनसिल्वेनिया की एक रैली में उन पर गोली चलाई थी। उस दौरान एक गोली ट्रंप के कान को छूती हुई निकल गई थी। हत्यारे को सीक्रेट सर्विस ने मौके पर ही मार गिराया था।
दूसरी घटना सितंबर में हुई, जब रयान वेस्ले राउथ नामक एक संदिग्ध ने फ्लोरिडा के गोल्फ कोर्स में ट्रंप की हत्या करने की कथित तौर पर कोशिश की, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोक दिया था।