नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नमो ऐप के जरिए झारखंड के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सबसे पहले मैं आपको बहुत-बहुत बधाई देता हूं, आपकी मेहनत ने विपक्षी दल झामुमो, कांग्रेस, राजद की नींद उड़ा दी है। झारखंड को हमें इनके भ्रष्टाचार, माफियावाद, कुशासन से मुक्त कराना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव कोई भी हो, उम्मीदवार कोई भी हो, लेकिन हम इसे भलीभांति जानते हैं कि चुनाव असल में तो आप जैसे लाखों कार्यकर्ता ही लड़ते हैं। हमारी तो पार्टी ही संगठन पर आधारित है, इसलिए हमारे चुनाव लड़ने का तरीका ही संगठन व कार्यकर्ता आधारित ही होता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखंड वन व खनिज संपदा से भरपूर क्षेत्र है। कभी-कभी तो मैं कहता हूं कि झारखंड समृद्ध राज्य है, लेकिन झारखंड के लोगों को गरीब रखा गया है। समृद्धि होने के बावजूद यहां विकास का अभाव और बेरोजगारी चरम पर हैं। इसका सबसे बड़ा कारण भ्रष्टाचार व झारखंड की अमूल्य प्राकृतिक संपदा की बेतहाशा लूट है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप जानते हैं कि 'सबका साथ-सबका विकास' के मंत्र में झारखंड का विकास मेरी प्राथमिकता है। हम विकास की कोशिश कर रहे हैं। राज्य सरकार के असहयोग के बावजूद हम बहुत कुछ करने का प्रयास करते हैं, लेकिन अब मुझे लगता है कि जिस गति से मैं विकास चाहता हूं, जिस गति से मैं झारखंड को आगे ले जाना चाहता हूं, वहां डबल इंजन सरकार की बहुत जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस जहां-जहां सत्ता में है, वहां के लोगों को ऐसे ही ठगा है। आपने तो सुना ही होगा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगेजी तो खुद कहते हैं कि इनकी पार्टी ने झूठी गारंटियां दी है। उन्होंने कहा,' जितना कर सकते हैं, उतनी ही गारंटी दो'।
प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखंड इस बार बदलाव करने को संकल्पित हो गया है। इसका सबसे बड़ा कारण तो यह भी है कि झामुमो, कांग्रेस और राजद ने झारखंड की रोटी, बेटी और माटी पर वार किया है। पिछले पांच साल इन्होंने बड़ी-बड़ी बातें कीं, लेकिन आज झारखंड के लोग देख रहे हैं कि इनके ज्यादातर वादे झूठे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले तो अमीरों के घर में गैस का सिलेंडर होता था, गरीब तो गैस सिलेंडर के बारे में सोच ही नहीं सकता था, क्योंकि उनका (कांग्रेस) अमीरों की खातिरदारी करने का स्वभाव था। भाजपा ने 'उज्ज्वला योजना' के माध्यम से बहनों के घर गैस सिलेंडर पहुंचाया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवारवादी पार्टियां भष्टाचारी तो होती ही हैं। साथ ही समाज के प्रतिभाशाली नौजवानों के रास्ते में सबसे बड़ी दीवार होती हैं। झामुमो के परिवारवादियों ने कांग्रेस के शाही परिवार से ऐसी गंदी चीजें सीखी हैं, जिसमें उन्हें कुर्सी और खजाना, दो ही चीजों की चिंता रहती है। नागरिकों की उन्हें परवाह ही नहीं होती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरे देश में सिर्फ तीन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है। जहां-जहां दलित, आदिवासी और ओबीसी सबसे ज्यादा हैं और एकजुट हैं, वहां राजग की सरकारें हैं। इससे कांग्रेस का शाही परिवार गुस्से में है, इसलिए उन्होंने एससी-एसटी-ओबीसी समाज को तोड़ने का फैसला किया है। इसलिए मैं लगातार कह रहा हूं कि एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था, जब पूरे देश में पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक कांग्रेस ही थी। जब तक सत्ता में कांग्रेस थी, तब तक देश में आरक्षण की बात करने की हिम्मत ही नहीं होती थी। ऐसी आवाजों को कांग्रेस कुचल देती थी, क्योंकि नेहरूजी से लेकर राजीव गांधी तक, शाही परिवार के सभी लोग आरक्षण के घोर विरोधी रहे हैं, लेकिन धीरे-धीरे लोगों को बाबा साहेब अंबेडकर की बातें समझ में आने लगीं और जब एससी-एसटी-ओबीसी समाज एकजुट हुआ, तब से लेकर आज तक, कांग्रेस केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार ही नहीं बना पाई।