'स्पर्श' आउटरीच कार्यक्रम में रक्षा पेंशनभोगियों को मिली राहत

मुख्य अतिथि ने पेंशनरों और अधिकारियों के साथ बातचीत की

अब तक देशभर में 44 स्टेशनों पर स्पर्श आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। पीसीडीए, बेंगलूरु द्वारा संचालित 'स्पर्श' आउटरीच कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र 26 नवंबर को चोपड़ा ऑडिटोरियम में एएससी सेंटर (दक्षिण) के सहयोग से आयोजित किया गया।

यह कार्यक्रम रक्षा पेंशनभोगियों और रक्षा नागरिक पेंशनभोगियों की शिकायत निवारण के लिए 26 से 28 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा, इस कार्यक्रम में डीएलसी 3.0 अभियान के तहत पेंशनभोगियों को डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी किया जा रहा है।

इस अवसर पर रक्षा लेखा के अतिरिक्त महानियंत्रक, आईडीएएस आरके अरोड़ा मुख्य अतिथि थे। अरोड़ा ने रक्षा लेखा विभाग द्वारा शुरू की गई 'स्पर्श' पहल की विशेषताओं को गिनाया और आशा व्यक्त की कि कार्यक्रम में स्थापित शिकायत निवारण पीठों द्वारा पेंशनभोगियों की शिकायतों का निपटारा किया जाएगा। 

उन्होंने कहा कि अब तक देशभर में 44 स्टेशनों पर स्पर्श आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीसीसीआई, एएससी सेंटर एवं कॉलेज मेजर जनरल एसएस अहलावत ने कहा कि यह आउटरीच कार्यक्रम एक महत्त्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य पूर्व सैनिकों से सीधे जुड़ना है। उन्होंने सभी पेंशनभोगियों को प्रोत्साहित किया कि वे शिकायत निवारण बेंच पर डीएडी के अधिकारियों को अपनी समस्याएं विस्तार से बताएं, ताकि उचित समाधान मिल सके।

उन्होंने कहा कि प्रणाली को डिजिटल बनाने तथा इसे कहीं से भी सुलभ बनाने के लिए की गई पहल से सभी बिचौलिए समाप्त हो गए हैं, जो पहले मौजूद थे।

पीसीडीए, बेंगलूरु के नियंत्रक, आईडीएएस टी रामबाबू ने पेंशनभोगियों की सेवा के लिए प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम के लिए 100 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पेंशनभोगियों की सहायता और डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी करने के लिए कर्नाटक के विभिन्न स्टेशनों पर स्पर्श सेवा केंद्र खोले गए हैं।

उद्घाटन सत्र के बाद मुख्य अतिथि ने पेंशनरों और अधिकारियों के साथ बातचीत की।

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