बेंगलूरु/दक्षिण भारत। 167वीं राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) बैठक मंगलवार को विधान सौधा में हुई। इसकी अध्यक्षता कर्नाटक सरकार की अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं विकास आयुक्त उमा महादेवन ने की। सह-अध्यक्षता केनरा बैंक के कार्यकारी निदेशक हरदीप सिंह अहलूवालिया ने की। अन्य गणमान्य लोगों में कर्नाटक के वित्त विभाग (राजकोषीय सुधार) के सचिव डॉ. विशाल आर, आरबीआई की क्षेत्रीय निदेशक सोनाली सेन गुप्ता, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक केवीएसएसएलवी प्रसाद राव, एसएलबीसी कर्नाटक के संयोजक केजे श्रीकांत और सभी बैंकों के राज्य नियंत्रण प्रमुख शामिल थे।
उमा महादेवन ने सभी संबंधित विभागों और बैंकर्स को पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई के तहत पात्र जनसंख्या का पूर्ण कवरेज सुनिश्चित करने की सलाह दी। उन्होंने दूसरी तिमाही के दौरान 79.97 प्रतिशत का क्रेडिट-डिपोजिट अनुपात हासिल करने के लिए बैंकर्स की सराहना की तथा उन्हें वित्तीय समावेशन में सुधार के लिए प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
हरदीप सिंह अहलूवालिया ने कहा, '79.97 प्रतिशत का सीडी अनुपात प्राप्त करने तथा प्राथमिकता क्षेत्र को ऋण देने में प्रगति सराहनीय है। सभी हितधारकों के लिए निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने तथा वित्तीय समावेशन को बढ़ाने के लिए प्रयासों में तेजी लाना जरूरी है, विशेष रूप से प्रशिक्षित महिला एसएचजी सदस्यों को बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट के रूप में तैनात करने जैसे नवीन उपायों के जरिए।'
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कृषि क्षेत्र में उपलब्धियों पर भी अद्यतन जानकारी दी, जो 30 सितंबर तक 1,04,519 करोड़ रुपए तक पहुंच गई। इस तरह वर्ष के लिए 1,92,201 करोड़ रुपए के लक्ष्य का 54 प्रतिशत हासिल कर लिया गया। उन्होंने एमएसएमई क्षेत्र में प्रगति पर प्रकाश डाला, जहां 62 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया तथा कुल मिलाकर प्राथमिकता क्षेत्र को ऋण देने का कार्य अपने लक्ष्य के 57 प्रतिशत तक पहुंच गया।
उन्होंने सभी बैंकर्स से वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के प्रयास का आग्रह किया।
हरदीप सिंह अहलूवालिया ने मुद्रा और पीएम स्वनिधि योजनाओं के तहत सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने में बैंकर्स के प्रयासों की सराहना की।
केजे श्रीकांत ने सबका स्वागत किया। बी पार्श्वनाथ ने बैठक का संचालन किया।