अमृतसर/दक्षिण भारत। शिरोमणि अकाली दल के पूर्व प्रमुख सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को एक व्यक्ति ने गोली चलाई, जब वे स्वर्ण मंदिर के बाहर सेवादार की ड्यूटी निभा रहे थे। व्हीलचेयर पर बैठे बादल बाल-बाल बच गए। गोली दीवार पर लगी।
नारायण सिंह नामक इस व्यक्ति को स्वर्ण मंदिर के बाहर खड़े कुछ लोगों ने पकड़ लिया।
इस संबंध में शिरोमणि अकाली दल के नेता नरेश गुजराल ने कहा कि यह पंजाब की उदारवादी ताकतों पर चरमपंथियों द्वारा किया गया हमला है। सुखबीर बादल और शिरोमणि अकाली दल पंजाब में सिक्खों और पंजाबियों दोनों के बीच उदारवादी ताकतें हैं। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार हमलावर का खालिस्तानियों से संबंध है।'
उन्होंने कहा कि तथाकथित खालिस्तानी किसी भी तरह पंजाब को अस्थिर करना चाहते हैं। इसमें पाकिस्तान की भी साजिश हो सकती है। यह साफ है कि इसमें कनाडा, अमेरिका में बैठी विदेशी ताकतों का हाथ है। हम चाहते हैं कि एनआईए से जांच हो और इसमें शामिल लोगों और ताकतों का खुलासा हो और उनसे पूछताछ हो। तभी पंजाब में शांति आएगी।
पंजाब सीएमओ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सुखबीर सिंह बादल पर गोली चलाने वाले नारायण सिंह चौरा को पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस ने हमले को नाकाम कर दिया। पुलिस ने पहले से ही सुरक्षा घेरा बना रखा था। चौरा कुछ कर पाता, उससे पहले ही पुलिस कांस्टेबल ने उसे पकड़ लिया।
अमृतसर के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा, 'हमारी पुलिस की सतर्कता और तैनाती के कारण इस हमले की कोशिश को नाकाम कर दिया गया। हमारे जवानों रिशपाल सिंह, जसबीर और परमिंदर ने सतर्कता दिखाई और हमले को नाकाम किया। हमलावर नारायण सिंह चौरा, जिसका आपराधिक रिकॉर्ड है, को गिरफ्तार कर लिया गया है।'
उन्होंने बताया, 'मामला दर्ज कर लिया गया है। सुखबीर सिंह बादल की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए थे। खतरे के आधार पर सुरक्षाकर्मी की तैनाती की जाती है। इसलिए, वहां भारी तैनाती की गई थी। आरोपी के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। अतीत में उसके पास से हथियार बरामद किए गए थे। हमें रिकॉर्ड की जांच करनी होगी।'