नई दिल्ली/दक्षिण भारत। विपक्षी दलों ने सदन में कथित रूप से पक्षपातपूर्ण तरीके से संचालन करने के आरोप में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को हटाने के लिए मंगलवार को एक प्रस्ताव पेश किया।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश और नसीर हुसैन ने राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी को नोटिस सौंपा।
उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस, राजद, टीएमसी, भाकपा, माकपा, झामुमो, आप, द्रमुक सहित करीब 60 विपक्षी सांसदों ने नोटिस पर हस्ताक्षर किए हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे शीर्ष कांग्रेस नेताओं ने नोटिस पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और विभिन्न विपक्षी दलों के नेता भी हस्ताक्षरकर्ताओं में शामिल नहीं हैं।
कांग्रेस की अगुवाई में यह नोटिस विपक्षी दलों और राज्यसभा के सभापति के बीच अशांत संबंधों के मद्देनजर आया है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि इंडि गठबंधन से संबंधित सभी दलों के पास राज्यसभा के सभापति के विरुद्ध औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि वे राज्यसभा की कार्यवाही का संचालन अत्यंत पक्षपातपूर्ण तरीके से कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीतिक दलों के लिए यह बहुत कष्टदायक निर्णय रहा है, लेकिन संसदीय लोकतंत्र के हित में उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है।