बेलगावी/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बीआर अंबेडकर के बारे में कथित टिप्पणी से गुरुवार को कर्नाटक विधान परिषद में हंगामा हुआ। इस कारण बार-बार व्यवधान पैदा हुआ।
कांग्रेस और विपक्षी भाजपा एवं जद (एस) के विधान पार्षदों ने एक-दूसरे पर भारतीय संविधान के निर्माता का ‘अपमान’ करने का आरोप लगाया।
विधान परिषद के सभापति बसवराज होरट्टी, जिन्होंने शुरू में कहा था कि वे इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति देंगे, ने बाद में फैसला सुनाया कि इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री, जिन्होंने कथित तौर पर टिप्पणी की थी, अपना बचाव करने के लिए सदन में नहीं थे।
हरिप्रसाद ने कहा कि संविधान लिखने वाले का अपमान किया गया है, इसलिए बेहतर है कि इस मुद्दे पर प्रश्नकाल से पहले चर्चा हो। इस पर भाजपा एमएलसी सीटी रवि ने कहा कि इस पर चर्चा होनी चाहिए कि अंबेडकर के जीवित रहते और उनके बाद किसने उनका कितना अपमान किया। उन्हें चुनाव में किसने हराया, इस पर भी चर्चा होनी चाहिए।
इस दौरान मंत्री बोसाराजू और जी परमेश्वर के नेतृत्व में कांग्रेस एमएलसी ने कहा कि पुरानी बातें छोड़ें, अब जो हुआ उस पर चर्चा करें। इस पर विपक्ष के नेता चालावाडी नारायणस्वामी ने पलटवार करते हुए कहा कि शाह ने अंबेडकर का अपमान नहीं किया है, बल्कि उन्होंने कांग्रेस द्वारा उनके अपमान के बारे में बात की है।