आज का भारत एक नए मिजाज के साथ आगे बढ़ रहा है: मोदी

प्रधानमंत्री ने कुवैत में एक कार्यक्रम में प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित किया

Photo: narendramodi FB Live

कुवैत सिटी/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कुवैत में एक कार्यक्रम में प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह पल बहुत खास है। चार दशक से भी ज्यादा समय यानी 43 साल बाद भारत का कोई प्रधानमंत्री कुवैत आया है। हिंदुस्तान से यहां आने में 4 घंटे लगते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री को यहां आने में चार दशक लग गए।  

प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने कुवैत में भारत के टैलेंट, टेक्नोलॉजी और ट्रेडिशन का मसाला मिक्स किया है। इसलिए मैं आज यहां आपसे मिलने ही नहीं आया हूं, आप सभी की उपलब्धियों को सेलिब्रेट करने आया हूं। जब भी मैं कुवैत के नेतृत्व से बात करता हूं, वे यहां काम कर रहे भारतीयों के योगदान की प्रशंसा करते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कुवैती नागरिक भी भारतीयों की कड़ी मेहनत, ईमानदारी और कौशल के कारण उनके प्रति गहरी प्रशंसा का भाव रखते हैं। आज भारत दुनिया में धन प्रेषण के मामले में पहले स्थान पर है। इस सफलता का श्रेय आप जैसे समर्पित व्यक्तियों को जाता है। इसके अलावा, हमारे साथी देशवासी आपके योगदान को महत्त्व देते हैं और उसका सम्मान करते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और कुवैत का रिश्ता सभ्यताओं का है, सागर का है, व्यापार-कारोबार का है। भारत और कुवैत, अरब सागर के दो किनारों पर बसे हैं। हमें सिर्फ डिप्लोमेसी ने नहीं, बल्कि दिलों ने आपस में जोड़ा है। हमारा वर्तमान ही नहीं, बल्कि हमारा अतीत भी हमें जोड़ता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत, दुनिया के उन पहले देशों में से एक है, जिसने कुवैत की स्वतंत्रता के बाद उसे मान्यता दी थी। इसलिए जिस देश से, जिस समाज से इतनी सारी यादें जुड़ी हैं, वहां आना मेरे लिए बहुत यादगार है। मैं कुवैत के लोगों और यहां की सरकार का बहुत आभारी हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भारत को सबसे ज्यादा जरूरत पड़ी, तो कुवैत ने तरल ऑक्सीजन की सप्लाई दी। महामहिम क्राउन प्रिंस ने खुद आगे आकर सबको तेजी से काम करने के लिए प्रेरित किया। मुझे संतोष है कि भारत ने भी कुवैत को वैक्सीन और मेडिकल टीम भेजकर इस संकट से लड़ने का साहस दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम आने वाले दशकों में अपनी समृद्धि में भागीदार बनेंगे। हमारे लक्ष्य अलग नहीं हैं। कुवैत के लोग नया कुवैत बना रहे हैं। भारत के लोग साल 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए काम कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि व्यापार और नवाचार के माध्यम से, कुवैत एक गतिशील अर्थव्यवस्था बनना चाहता है। भारत नवाचार और अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। दोनों लक्ष्य एक दूसरे का समर्थन करते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के स्टार्टअप, फिनटेक से हेल्थकेयर तक, स्मार्ट सिटीज से ग्रीन टेक्नोलॉजी तक कुवैत की हर जरूरत के लिए अत्याधुनिक समाधान बना सकते हैं। भारत का स्किल्ड यूथ, कुवैत की फ्यूचर जर्नी को भी नई स्ट्रेंथ दे सकता है। भारत में आज दुनिया की स्किल कैपिटल बनने की भी सामर्थ्य है। इसलिए भारत, दुनिया की स्किल डिमांड को पूरा करने की सामर्थ्य रखता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विदेशों में काम कर रहे भारतीयों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न देशों के साथ समझौते किए जा रहे हैं। आपने ई-माइग्रेट के बारे में सुना होगा। यह प्लेटफॉर्म विदेशी कंपनियों और पंजीकृत एजेंटों को एक साथ लाता है, जो प्रभावी मैनपावर समाधान प्रदान करता है। पिछले चार से पांच सालों में, इस पोर्टल के माध्यम से हज़ारों लोगों को खाड़ी देशों में रोज़गार मिला है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का भारत एक नए मिजाज के साथ आगे बढ़ रहा है। आज भारत, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज दुनिया का नंबर वन फिनटेक इको-सिस्टम भारत में है। आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इको-सिस्टम भारत में है। आज भारत, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता देश है। भविष्य का भारत, दुनिया के विकास का हब होगा, दुनिया का ग्रोथ इंजन होगा।

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