मंड्या/दक्षिण भारत। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् द्वारा निर्देशित अभिनव सामायिक का आयोजन आचार्यश्री महाश्रमणजी के शिष्य मुनिश्री मोहजीत कुमारजी के सान्निध्य में तेरापंथ युवक परिषद् मंड्या द्वारा चन्नपटना के स्थानक भवन में किया गया।
सामायिक उत्सव का शुभारम्भ नमस्कार महामंत्र के जप से हुआ। इस अवसर पर मुनिश्री मोहजीत कुमारजी ने ध्यान की प्रक्रिया को सम्पादित करते हुए कहा कि सामायिक समता की साधना का एक महत्वपूर्ण प्रयोग है।
सामायिक की उपासना करने वाला व्यक्ति अपने मन, वचन और काया के योग को नियंत्रित करता है। इससे व्यक्ति की चंचलता कम होती है तथा स्थिरता का विकास होता है। सामायिक से समता का जागरण होता है। समता ही धर्म आराधना का आधार है।
सामायिक उत्सव की परिसम्पन्नता परमेष्ठी वन्दना के संगान एवं त्रिपदी वन्दना से हुई। इस अवसर पर मण्डिया तेरापंथ युवक परिषद् के सदस्य, चिकमगलूर युवक परिषद् एवं बेंगलूरु से समागत बंधु उपस्थित थे।