लखनऊ/दक्षिण भारत। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार वक्फ के बहाने ली गई एक-एक इंच जमीन को वापस लेगी।
यहां एक निजी समाचार चैनल द्वारा आयोजित 'महाकुंभ महासम्मेलन' में उन्होंने कहा किया कि सनातन धर्म की विश्वास प्रणाली दुनिया की सबसे पुरानी संस्कृति का प्रतिनिधित्व करती है, जो किसी भी धर्म या संप्रदाय से तुलना से परे है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, आदित्यनाथ ने कहा, 'मुझे हजारों साल पुरानी विरासत मिली है, जिसकी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक घटनाएं भी उतनी ही प्राचीन हैं। सनातन की परंपरा आसमान से भी ऊंची और तुलना से परे है।'
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत का ऋषि सदैव ज्ञान की उस धारा का प्रतिनिधित्व करता रहा है, जिसने समय-समय पर देश को नेतृत्व दिया, नई दिशा दी और आगे बढ़ने के लिए एक नई प्रेरणा प्रदान की।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'सनातन' तो हमेशा शिखर पर ही रहा है, इसलिए सनातन है। हिंदू एकता और राष्ट्रीय एकता एक-दूसरे के पूरक हैं। जिन्होंने अयोध्या धाम के वासियों के साथ सौतेला व्यवहार किया है, उनको नैतिक रूप से वहां जाने का कोई अधिकार नहीं है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मूल संविधान में कहीं भी 'सेक्युलर' और 'सोशलिस्ट' शब्द नहीं हैं। संविधान का गला घोंटकर जो शब्द डाले गए हों, वे भारत के संविधान की आत्मा कैसे हो सकते हैं?
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक विरासत का एक ऐसा मजबूत प्लेटफॉर्म है, जो न केवल हिंदू एकता को बल्कि राष्ट्रीय एकता को भी वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने में सफल होगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम 25 करोड़ जनता के हित के लिए कार्य करते हैं, अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता नहीं करते हैं। अन्याय का प्रतिकार नहीं करोगे, तो अन्यायी सबका शोषण करेगा।