अखनूर/दक्षिण भारत। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को पाकिस्तान पर आतंकवाद को प्रायोजित करके भारत को अस्थिर करने का लगातार प्रयास करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपने कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करना होगा या परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।
रक्षा मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, पाक अधिकृत कश्मीर के बिना अधूरा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवाद के केंद्र के रूप में किया जा रहा है तथा इसकी भूमि प्रशिक्षण शिविरों और घुसपैठ गतिविधियों के लिए लांच पैड के रूप में काम कर रही है।
राजनाथ सिंह ने अखनूर इलाके में पूर्व सैनिकों की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'पीओके की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद का कारोबार चलाने के लिए किया जा रहा है। आज भी वहां आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर चल रहे हैं।'
उन्होंने कहा, 'सीमा के पास के इलाकों में लॉन्च पैड स्थापित किए गए हैं और भारत सरकार के पास इस बारे में पुख्ता जानकारी है और वह स्थिति से पूरी तरह वाकिफ है। पाकिस्तान को इसे खत्म करना होगा।'
राजनाथ सिंह ने पीओके के कथित प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक की हाल की टिप्पणियों की भी निंदा की तथा कहा कि यह जनरल जिया-उल-हक के समय से पोषित पाकिस्तान के भारत विरोधी एजेंडे का ही एक हिस्सा है।
आतंकवाद को समर्थन देने की अपनी नीति को छोड़ने में पाकिस्तान की विफलता पर प्रहार करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, 'पाकिस्तान ने हमेशा भारत को अस्थिर करने का हरसंभव प्रयास किया है। वह अपने प्रयास जारी रखता है। इसके बावजूद पाकिस्तान ने कभी भी आतंकवाद को नहीं छोड़ा। जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने वाले आतंकवादी पाकिस्तान से आते हैं।'
उन्होंने वर्ष 1965 से आतंकवाद और घुसपैठ को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की तथा इस बात पर बल दिया कि इस तरह के प्रयास जम्मू-कश्मीर के लोगों का समर्थन हासिल करने में बार-बार विफल रहे हैं।