चेन्नई/दक्षिण भारत। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम 'चेन्नई संगमम-नम्मा ऊरु थिरुविझा' में प्रदर्शन करने वाले ग्रामीण कलाकारों का पारिश्रमिक बढ़ाकर 5,000 रुपए प्रतिदिन करने का आदेश दिया है। सरकार ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सरकार द्वारा जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 75 टीमों में विभाजित 1,500 कलाकार चेन्नई में 18 स्थानों पर 50 कला रूपों को प्रदर्शित कर रहे हैं और यह एक बड़ा आकर्षण है।
ऐसे 50 कला रूपों में करकट्टम (लोक नृत्य), कावडियाट्टम (कावड़ी लेकर नृत्य करना, एक अनुष्ठान और भगवान मुरुगा की पूजा का एक रूप) और पुलियाट्टम (डमी हॉर्स शो) शामिल हैं।
सरकार द्वारा कलाकारों को निःशुल्क भोजन, आवास, कपड़े और परिवहन सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। स्टालिन ने उनके लिए प्रतिदिन मजदूरी बढ़ाकर 5,000 रुपए करने का आदेश दिया है।
इस वेतन वृद्धि से पहले उनका वेतन तुरंत पता नहीं चल सका। संगमम उत्सव, द्रमुक शासन की एक खास परियोजना है, जो वर्ष 2022 से जनवरी में पोंगल के मौसम के दौरान हर साल आयोजित की जाती है।
राज्य सरकार की पहल पर आयोजित चार दिवसीय उत्सव का उद्घाटन स्टालिन ने 13 जनवरी को यहां एकंबरनाथर मंदिर परिसर में किया था।