बेंगलूरु/दक्षिण भारत। शहर के यलहंका स्थित श्रेयांसनाथ दिगम्बर जैन त्रिमूर्ति चैत्यालय में प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान का माेक्ष कल्याणक दिवस भक्ति एवं हर्षाेल्लास से मनाया गया।
तीर्थंकर आदिनाथ भगवान सृष्टिकर्ता, युग निर्माता, प्रजापति और षटकर्म के संस्थापक थे। उन्हीं से ही सर्वप्राचीन इक्ष्वाकु वंश प्रारंभ हुआ था और उन्हाेंने अष्टापद, कैलाश पर्वत से आज माघ कृष्ण चतुर्दशी काे निर्वाण पद की प्राप्ति की थी।
बुधवार काे प्रातः काल में भगवान के अभिषेक और शांतिधारा संपन्न कर भगवान काे निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। यलहंका के चैत्यालय की मुख्य संयाेजिका और दिगम्बर जैन ग्लाेबल महासभा वीमन फोरम बेंगलूरु की मुख्य संयाेजिका निशा प्रशांत पाटनी ने भगवान के समक्ष साेलहकारण भावना के प्रतीक रूप में 16 दीपक, 32 बातियां प्रज्ज्वलित कर दीपमालिका बनाई और परिवार सहित प्रभु की आरती की और समस्त कार्यक्रम में सभी श्रावकाें ने बढ़-चढ़ के अपनी सहभागिता दर्शाई।