अन्नामलाई ने द्रमुक के खिलाफ 'गेट आउट स्टालिन' का नारा लगाया

उदयनिधि स्टालिन ने 'गेट आउट मोदी' का नारा लगाया ​था

Photo: @annamalai_k X account

चेन्नई/दक्षिण भारत। तमिलनाडु में द्रमुक और भाजपा के बीच तीखी बयानबाजी जारी है। इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर निशाना साधते हुए 'गेट आउट स्टालिन' टिप्पणी की।

अन्नामलाई का यह हमला उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन की प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए की गई 'गेट आउट मोदी' टिप्पणी के जवाब में आया है। भाजपा नेता ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वे इस मामले को सोशल मीडिया पर उठाएंगे।

उन्होंने कहा, 'एक परिवार की मनमानी, दागी मंत्रिमंडल, भ्रष्टाचार का केंद्र, अराजकता की ओर से आंखें मूंद लेना, तमिलनाडु को नशीली दवाओं और अवैध शराब का अड्डा बना देना, बढ़ता कर्ज, खस्ताहाल शिक्षा मंत्रालय, महिलाओं और बच्चों के लिए अनिश्चित वातावरण, जाति और धर्म के आधार पर विभाजनकारी राजनीति, सुशासन देने में निरंतर विफलता, दोषपूर्ण नीतियां और चुनावी वादे पूरे न करने के कारण, तमिलनाडु में द्रमुक के नेतृत्व वाली सरकार को लोग जल्द ही सत्ता से हटा देंगे।'

अन्नामलाई ने अपने 'एक्स' अकाउंट पर लिखा, 'गेट आउट स्टालिन'। 

उन्होंने गुरुवार को कहा था कि वे 19 फरवरी को करूर में कही गई अपनी बात वापस नहीं लेंगे। अन्नामलाई ने कहा, 'उदयनिधि ने चेन्नई में एक रैली को संबोधित करते हुए 'गेट आउट मोदी' शब्दों का इस्तेमाल किया था। मैं हिम्मत करके कहता हूं कि उन्हें हमारे विश्व नेता के लिए फिर से ये शब्द बोलने दें। फिर मैं शुक्रवार को सुबह 6 बजे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर 'गेट आउट स्टालिन' लिखूंगा।'

यह मुद्दा 18 फरवरी को शुरू हुआ जब उपमुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) और तीन भाषा नीति के खिलाफ दमुक की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अगर केंद्र ने राज्य के अधिकारों को छीनने का कोई प्रयास किया तो जनता 'गेट आउट मोदी' अभियान शुरू करेगी।

उदयनिधि ने कहा था, 'पिछली बार जब आपने तमिलों के अधिकारों को छीनने का प्रयास किया था तो लोगों ने 'गेट आउट मोदी' अभियान चलाया था। अगर आप तमिलनाडु के लोगों के साथ फिर से ऐसा करने का प्रयास करेंगे तो इस बार आपको वापस भेजने के लिए 'गेट आउट मोदी'  आंदोलन चलाया जाएगा।'

दोनों दलों के बीच एनईपी की पृष्ठभूमि में तमिलनाडु को केंद्रीय धन आवंटन और दक्षिणी राज्य पर कथित तौर पर हिंदी थोपने को लेकर तीखी नोकझोंक हुई है।

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