हैदराबाद/दक्षिण भारत। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और हैदराबाद मेट्रो रेल परियोजना के विस्तार और शहर में मूसी नदी पुनर्विकास के लिए वित्त पोषण की मंजूरी मांगी।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि बुधवार को हुई बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने मोदी से कहा कि पिछली सरकार अपने 10 साल के कार्यकाल में हैदराबाद में मेट्रो रेल के विस्तार को प्राथमिकता देने में विफल रही।
रेड्डी ने प्रधानमंत्री को मेट्रो रेल परियोजना के प्रस्तावित दूसरे चरण के बारे में जानकारी दी, जिसमें 24,269 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से पांच गलियारों वाला 76.4 किलोमीटर का हिस्सा शामिल है। उन्होंने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को तत्काल मंजूरी देने का आग्रह किया।
चूंकि तेलंगाना चारों ओर से लैंडलॉक्ड राज्य है, इसलिए मुख्यमंत्री ने मोदी से हैदराबाद में क्षेत्रीय रिंग रोड के निकट एक ड्राई पोर्ट स्वीकृत करने का अनुरोध किया, ताकि माल के आयात-निर्यात में सुविधा हो सके।
मुख्यमंत्री ने ड्राई पोर्ट को बंदरगाह से जोड़ने के लिए रेल लाइन के साथ-साथ एक ग्रीनफील्ड सड़क का भी प्रस्ताव रखा।
हैदराबाद में मुसी नदी के पुनरुद्धार के लिए राज्य सरकार की योजनाओं को रेखांकित करते हुए रेड्डी ने मोदी से इस परियोजना के लिए 20,000 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता देने का आग्रह किया।
बयान में कहा गया है कि मूसी परियोजना में शहर में मूसी नदी के तट पर महात्मा गांधी के स्मारक बापू घाट का विकास, 27 एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) का निर्माण, रिटेनिंग दीवारें और मूसी को गोदावरी नदी से जोड़ना शामिल है।
राज्य के पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने मोदी से 'भारत सेमीकंडक्टर मिशन परियोजना' को मंजूरी देने का अनुरोध किया।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने मोदी से हैदराबाद में क्षेत्रीय रिंग रोड (आरआरआर) के दक्षिणी भाग को मंजूरी देने की अपील की और कहा कि उत्तरी भाग में 90 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण पहले ही पूरा हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि आरआरआर का सर्वोत्तम उपयोग तभी हो सकता है, जब दक्षिणी और उत्तरी भागों में आरआरआर का कार्य एक साथ पूरा किया जाए।
उन्होंने आरआरआर के समानांतर एक क्षेत्रीय रिंग रेल परियोजना विकसित करने के प्रस्ताव के बारे में भी बताया, जिससे तेलंगाना और पड़ोसी राज्यों में रेलवे संपर्क को बढ़ावा मिलेगा।