इम्फाल/दक्षिण भारत। मणिपुर में लूटे गए और अवैध रूप से रखे गए हथियारों को स्वेच्छा से आत्मसमर्पण करने की दो सप्ताह की अवधि समाप्त होने के बाद सुरक्षा बलों ने कई अभियानों में 114 हथियार, आईईडी, ग्रेनेड और गोला-बारूद बरामद किए हैं। एक आधिकारिक बयान में शनिवार को यह जानकारी दी गई।
बिष्णुपुर, सेनापति, थौबल, जिरीबाम, चंदेल, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, इम्फाल पूर्व और इम्फाल पश्चिम के पहाड़ी और घाटी जिलों में खुफिया जानकारी आधारित अभियान शुरू किए गए।
सेना के एक बयान में कहा गया कि इन अभियानों के दौरान कुल मिलाकर 114 हथियार, आईईडी, ग्रेनेड, गोला-बारूद और युद्ध संबंधी सामान बरामद किए गए।
मणिपुर में लूटे गए और अवैध रूप से रखे गए हथियारों को स्वेच्छा से सौंपने के लिए दिए गए दो सप्ताह के समय के दौरान लोगों ने सुरक्षा बलों को 1,000 से अधिक हथियार और गोला-बारूद सौंपे हैं। यह जानकारी समय सीमा समाप्त होने के एक दिन बाद शुक्रवार को एक पुलिस अधिकारी ने दी।
मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने 20 फरवरी को युद्धरत समूहों से सुरक्षा बलों से लूटे गए हथियार और अन्य अवैध रूप से रखे गए हथियार सात दिनों के भीतर स्वेच्छा से सौंपने का आग्रह किया था। पहाड़ी और घाटी दोनों क्षेत्रों के लोगों द्वारा अतिरिक्त समय की मांग के बाद उन्होंने समय सीमा 6 मार्च शाम 4 बजे तक बढ़ा दी।
प्रशासन ने लोगों को आश्वासन दिया था कि इस अवधि के भीतर अपने हथियार आत्मसमर्पण करने वालों के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी। इस बात पर बल दिया था कि 'यह सभी संबंधित लोगों के लिए शांति, सांप्रदायिक सद्भाव, हमारे युवाओं के भविष्य और हमारे समाज की सुरक्षा में योगदान देने का अंतिम अवसर है।'