रायपुर/दक्षिण भारत। प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के बेटे के परिसरों पर छापेमारी की। यह छापेमारी धन शोधन मामले से जुड़े कथित शराब घोटाले में उनके बेटे के खिलाफ जांच के तहत की गई। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के भिलाई स्थित परिसरों और राज्य में कुछ अन्य लोगों के परिसरों पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत तलाशी ली जा रही है।
चैतन्य बघेल अपने पिता के साथ भिलाई में आवास साझा करते हैं, इसलिए परिसर को कवर किया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि चैतन्य बघेल और शराब सिंडिकेट तथा कुछ अन्य लोगों के बीच कुछ 'संबंध' सामने आए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि राज्य में करीब 14-15 परिसरों पर छापेमारी की जा रही है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पहले कहा था कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के कारण राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और अपराध से प्राप्त 2,100 करोड़ रुपए से अधिक की राशि शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों की जेबों में भर गई।
ईडी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाला साल 2019 और 2022 के बीच रचा गया था, जब राज्य में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी।