नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके न्यूजीलैंड के समकक्ष लक्सन ने सोमवार को संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इस अवसर पर मोदी ने कहा कि मैं, प्रधानमंत्री लक्सन और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करता हूं। लक्सन भारत से लंबे समय से जुड़े हुए हैं। कुछ दिन पहले ऑकलैंड में होली के रंगों में रंग कर उन्होंने जिस तरह उत्सव का माहौल बनाया, वह हम सबने देखा। लक्सन के न्यूजीलैंड में बसने वाले भारतीय मूल के लोगों के प्रति लगाव को इस बात से भी देखा जा सकता है कि उनके साथ एक बड़ा कम्युनिटी डेलिगेशन भी भारत आया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की। हमने अपनी रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को मजबूत और संस्थागत रूप देने का निर्णय लिया है। संयुक्त अभ्यास, प्रशिक्षण, पोर्ट दौरे के साथ रक्षा उद्योग जगत में भी आपसी सहयोग के लिए रोडमैप बनाया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हिंद महासागर में समुद्री सुरक्षा के लिए संयुक्त कार्य बल 150 में हमारी नौसेनाएं मिलकर काम कर रही हैं। हमें खुशी है कि न्यूज़ीलैंड की नौसना का जहाज दो दिन में मुंबई में पोर्ट कॉल कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच एक परस्पर लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते पर वार्ता शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इससे आपसी व्यापार और निवेश की गुंजाइश को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने खेलकूद में कोचिंग और खिलाड़ियों के आदान-प्रदान के साथ-साथ, खेलकूद विज्ञान, साइकोलॉजी और औषधि में भी सहयोग पर बल दिया है और वर्ष 2026 में, दोनों देशों के बीच खेल संबंधों के 100 साल मनाने का निर्णय लिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस संदर्भ में न्यूज़ीलैंड में कुछ गैर-कानूनी तत्त्वों द्वारा भारत-विरोधी गतिविधियों को लेकर हमने अपनी चिंता साझा की। हमें विश्वास है कि इन सभी गैर-कानूनी तत्त्वों के खिलाफ हमें न्यूज़ीलैंड सरकार का सहयोग आगे भी मिलता रहेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हम दोनों एकमत हैं। चाहे 15 मार्च, 2019 का क्राइस्टचर्च आतंकी हमला हो या 26 नवंबर, 2008 का मुंबई हमला, आतंकवाद किसी भी रूप में अस्वीकार्य है। आतंकी हमलों के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूरी है। आतंकवादी, अलगाववादी और कट्टरपंथी तत्त्वों के खिलाफ हम मिलकर सहयोग करते रहेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वतंत्र, खुला, सुरक्षित और समृद्ध इंडो-पैसिफिक का हम दोनों समर्थन करते हैं। हम विकासवाद की नीति में विश्वास रखते हैं, विस्तारवाद में नहीं। हम हिंद-प्रशांत महासागर पहल से जुड़ने के लिए न्यूज़ीलैंड का स्वागत करते हैं। अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के बाद, सीडीआरआई से जुड़ने के लिए भी हम न्यूज़ीलैंड का अभिनंदन करते हैं।