बेंगलूरु/दक्षिण भारत। दक्षिण पश्चिम रेलवे के बेंगलूरु मंडल ने छह रेलवे इमारतों के लिए ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) से प्रतिष्ठित शून्य+ प्रमाणन हासिल किया है।
ये देवरापल्ले स्टेशन इमारत, मालुगुर स्टेशन इमारत, भारतीय रेलवे आपदा प्रबंधन संस्थान, हेज्जला, मंडल रेलवे अस्पताल, बेंगलूरु, नारायणपुरम स्टेशन इमारत और ओड्डाराहल्ली स्टेशन इमारत हैं।
शून्य+ या नेट पॉजिटिव एनर्जी बिल्डिंग (एनपीईबी) एक ऐसी इमारत होती है, जो उतनी ही ऊर्जा का उत्पादन करने के लिए नवीकरणीय स्रोतों पर निर्भर करती है, जितनी वह उपयोग करती है और अतिरिक्त बिजली ग्रिड को आपूर्ति करती है, जिसे आमतौर पर एक वर्ष के दौरान मापा जाता है।
इन इमारतों की विद्युत ऊर्जा खपत पूरी तरह से नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों यानी छतों पर स्थापित विभिन्न क्षमताओं के सौर पैनलों के जरिए पूरी की जाती है। यह महत्त्वपूर्ण उपलब्धि ऊर्जा दक्षता, स्थिरता और भवन बुनियादी ढांचे में शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जक बनने की प्रक्रिया के लिए बेंगलूरु मंडल की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
यह साल 2030 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जक बनने के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में बेंगलूरु मंडल का एक कदम है। बेंगलूरु मंडल सभी उपलब्ध छतों पर 8 मेगावाट-पीक क्षमता की सोलर स्थापना की प्रक्रिया में है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर लक्ष्य को हासिल किया जाए।