बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष यूटी खादर ने मंगलवार को कांग्रेस विधायक राजू कागे और भाजपा विधायक बसवराज मत्तीमुद के प्रति वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों द्वारा कथित कदाचार को आगे की कार्रवाई के लिए विशेषाधिकार समिति को भेज दिया।
राजस्व विभाग के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार कटारिया के खिलाफ केज द्वारा तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मेघनावर के खिलाफ मत्तीमुद द्वारा लाए गए विशेषाधिकार हनन नोटिस पर टिप्पणी करते हुए खादर ने विधायकों की गरिमा बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया।
खादर ने कहा, 'केज और मत्तीमुद ने विस्तार से बताया है कि उनके साथ क्या हुआ और उन्होंने लिखित में भी दिया है। केज ने आरोप लगाया है कि कटारिया ने उनका अपमान किया, जबकि मत्तीमुद ने एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। विधायकों का सम्मान सबसे महत्वपूर्ण है। मैं कार्यों से संबंधित तथ्यों में नहीं जा रहा हूं, लेकिन विधायकों का अपमान करने वाले अधिकारियों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।'
खादर ने इस बात पर जोर दिया कि अधिकारियों को आपसी सम्मान के महत्त्व को समझना चाहिए तथा कहा कि एक विधायक का अपमान करना पूरे सदन (विधानसभा) का अपमान करने के समान है।
उन्होंने मामले को 'गंभीर' बताते हुए सरकार से भी इसे गंभीरता से लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, 'यह सभी के लिए चेतावनी की घंटी बन जाना चाहिए। मैं इसे विशेषाधिकार समिति के पास भेज रहा हूं।'
कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री एचके पाटिल ने हस्तक्षेप करते हुए सुझाव दिया कि दोनों पक्षों पर विचार करने के बाद अध्यक्ष को निर्णय लेने की अनुमति देकर निष्पक्ष सुनवाई सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने अध्यक्ष को सलाह दी कि वे अपने कक्ष में कुछ संबंधित सदस्यों, मंत्रियों, आरोपी अधिकारियों तथा शिकायत करने वाले विधायकों के साथ बैठक करें।