चेन्नई/दक्षिण भारत। थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बुधवार को नीलगिरि जिले के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) में 80वें स्टाफ कोर्स के लिए महत्त्वपूर्ण रणनीतिक व्याख्यान दिया।
राष्ट्रीय सुरक्षा के बहुआयामी परिदृश्य पर अपने संबोधन में जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भारतीय सेना के संचालन प्रतिमान को एक अत्याधुनिक, अनुकूलनीय राष्ट्रीय लचीलेपन के साधन के रूप में जटिल भू-राजनीतिक चुनौतियों का विश्लेषण करते हुए परिभाषित किया।
उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों की संचालन क्षमताओं, तकनीकी अनुकूलनशीलता और रणनीतिक प्रतिक्रियाशीलता को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गईं परिवर्तनकारी सैन्य पहलों की रूपरेखा प्रस्तुत की।
उन्होंने संकाय सदस्यों के साथ भी बातचीत की, जिसमें संचालन कला और नेतृत्व विकास के प्रमुख पहलुओं पर चर्चा की गई। सेना प्रमुख को डीएसएससी के कमांडेंट द्वारा डीप पर्पल डिवीजन की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई।
बता दें कि यह एक त्रि-सेवा दृष्टिकोण है जिसमें एकीकृत पाठ्यक्रम शामिल है, जो भविष्य के सैन्य नेतृत्वकर्ताओं के लिए संयुक्त होने और एकीकरण को बढ़ाने और थिएटराइजेशन में जरूरी चुनौतीपूर्ण स्टाफ नियुक्तियों के लिए तैयार करने के वास्ते डिज़ाइन किया गया है।