वायनाड/दक्षिण भारत। कांग्रेस महासचिव एवं वायनाड सांसद प्रियंका वाड्रा ने शनिवार को केरल के वायनाड में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे यहां आकर और छात्रवृत्ति कार्यक्रम का शुभारंभ करके बहुत खुशी हो रही है। इस कार्यक्रम को मालाबार चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बहुत उदारता से वित्त पोषित किया गया है। मैं भारतभर में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करती हूं, खासकर महिलाओं के लिए।
प्रियंका वाड्रा ने कहा कि भूस्खलन के बाद जब मैं यहां आई तो मैंने देखा कि आप लोगों ने कितना दर्द और तकलीफ़ झेली है। हम सिर्फ़ बाहर से ही कल्पना कर सकते हैं और समझ सकते हैं, लेकिन असल में आप ही हैं जिन्होंने तकलीफ़ झेली है और अपने प्रियजन के बिना जी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम यह दावा तो नहीं कर सकते कि आपने जो खोया है, वह वापस दे सकेंगे, लेकिन हम यह कर सकते हैं कि भविष्य में आपका जीवन आसान बना सकें।
प्रियंका वाड्रा ने कहा कि इन पिछले महीनों में, हर किसी ने, चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल या विचारधारा का हो, आपने जो खोया है, उसे फिर से बनाने की कोशिश की है। पूरे देश में लोगों ने आपकी मदद की और सबसे महत्त्वपूर्ण बात, मैंने यहां वायनाड में जो देखी, वह आपकी भावना, शक्ति, बहादुरी और साहस है, जो आपने सबकुछ झेलने के बावजूद दिखाया है।
प्रियंका वाड्रा ने कहा कि सबसे ज़्यादा चिंता की बात यह थी कि इस त्रासदी के बाद कितने बच्चों ने अपने माता-पिता खो दिए और वे अकेले रह गए। कई मामलों में, बाहर पढ़ने वाले छात्र बच गए, लेकिन उन्होंने अपना पूरा परिवार खो दिया। ऐसी परिस्थितियों में, हम सभी इस बात को लेकर बहुत चिंतित थे कि वे अपनी शिक्षा कैसे जारी रखेंगे!
प्रियंका वाड्रा ने कहा कि यूडीएफ में हमने यह फैसला लिया कि यह सुनिश्चित करने का पूरा प्रयास करेंगे कि आप सभी अपनी शिक्षा जारी रख सकें।