तेहरान/दक्षिण भारत। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की देश पर बमबारी करने की हालिया धमकी के जवाब में चेतावनी दी है कि अगर हमला हुआ तो जवाबी कार्रवाई की जाएगी।
एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा कि यदि तेहरान उनके समझौते को स्वीकार नहीं करता और अपने परमाणु कार्यक्रम को बंद नहीं करता है तो उस पर बमबारी की जाएगी।
उन्होंने कहा, 'अगर वे समझौता नहीं करते हैं तो बमबारी होगी। और यह ऐसी बमबारी होगी जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखी होगी।'
खामेनेई ने सोमवार को तेहरान में दिए भाषण में कहा कि ऐसे किसी भी हमले का कड़ा जवाब दिया जाएगा।
'एक्स' पर खामेनेई के लेख में कहा गया है, 'अमेरिका और ज़ायोनी शासन ने क्रूर कृत्य करने की धमकी दी है। बेशक, अगर ऐसे क्रूर कृत्य किए जाते हैं, तो उन्हें निश्चित रूप से एक मजबूत, पारस्परिक झटका मिलेगा।'
उन्होंने कहा, 'यदि अमेरिका और ज़ायोनी शासन ईरान के अंदर देशद्रोह भड़काने की सोच रहे हैं, जैसा कि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में किया है, तो ईरानी राष्ट्र स्वयं उन्हें जवाब देगा।'
तेहरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर वर्षों से चले आ रहे तनाव के बाद यह बयानबाजी बढ़ रही है।
अपने पहले राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान, ट्रंप ने साल 2015 के संयुक्त व्यापक कार्य योजना से एकतरफा रूप से खुद को अलग कर लिया था, जो तेहरान पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों में ढील के बदले ईरानी परमाणु कार्यक्रम को कम करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय समझौता था। अमेरिका के हटने और प्रतिबंधों को फिर से शुरू करने के बाद, ईरान ने कथित तौर पर समझौते के अनुपालन में कमी की।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने पिछले साल के आखिर में कहा था कि ईरान अपने यूरेनियम संवर्धन को 60 प्रतिशत शुद्धता तक बढ़ा रहा है। उन्होंने इस पर चिंता व्यक्त की थी। हथियार-ग्रेड माने जाने के लिए सामग्री को लगभग 90 प्रतिशत शुद्ध होना चाहिए।
ईरान ने इस आरोप को खारिज कर दिया। उसने इस बात पर जोर दिया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय ढांचे के तहत शांतिपूर्ण और कानूनी है।