बेंगलूरु/दक्षिण भारत। रक्षा लेखा विभाग, रक्षा लेखा महानियंत्रक डॉ. मयंक शर्मा के नेतृत्व में 3 और 4 अप्रैल को हंपी में दो दिवसीय एकीकृत वित्तीय सलाहकार सम्मेलन (आईएफए) का आयोजन करेगा।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में वित्तीय सलाहकार (रक्षा सेवाएं) एसजी दस्तीदार शिरकत करेंगे। समापन सत्र के मुख्य अतिथि रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह होंगे।
बता दें कि 275 वर्षों से ज्यादा के इतिहास के साथ रक्षा लेखा विभाग, भारत सरकार के सबसे पुराने विभागों में से एक है। इसका काम देश की रक्षा सेवाओं को वित्तीय सेवाएं देना है, जिसमें वित्तीय सलाह, भुगतान और पेंशन वितरण, लेखा परीक्षा, अकाउंटिंग और बजट निगरानी शामिल है।
इस सम्मेलन का आयोजन पीआईएफएएसएस / आईएफए के बीच नियमित कार्यात्मक बातचीत और परामर्श को बढ़ावा देने तथा कामकाज के विभिन्न क्षेत्रों में समन्वय और सुसंगत दृष्टिकोण को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रभावी तंत्र विकसित करने के मकसद से किया जा रहा है।
सम्मेलन में रक्षा वित्तीय प्रबंधन प्रणाली के भीतर राजकोषीय विवेक, दक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने में आईएफए की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। साथ ही छह सत्रों के जरिए विभिन्न क्षेत्रों और आवश्यक उपायों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा।
इन सत्रों के दौरान छह महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों यानी पूंजी अधिग्रहण परिणामों में वित्तीय भूमिका को सुव्यवस्थित करना, एमईएस में आईएफए प्रणाली, सेना कमांडर की विशेष वित्तीय शक्तियां (एसीएसएफपी), आईएफए कार्यालयों की परिचालन और रसद जरूरतें, आउटसोर्सिंग और प्रोजेक्ट प्रबंधन में आईएफए की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। हर सत्र में प्रस्तुति, पैनल चर्चा और प्रश्नोत्तर जैसी गतिविधियां होंगी।