नई दिल्ली/दक्षिण भारत। भाजपा के प्रमुख सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) ने बुधवार को लोकसभा में वफ्फ (संशोधन) विधेयक का जोरदार समर्थन किया और विपक्षी दलों पर यह माहौल बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 'मुस्लिम विरोधी' हैं।
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने दावा किया कि प्रस्तावित संशोधन 'पसमांदा' (पिछड़े मुसलमान) और अल्पसंख्यक धर्म के गरीबों और महिलाओं के हित में हैं। उन्होंने कहा कि इससे पारदर्शिता आएगी।
उन्होंने कहा, 'आने वाले दिनों में पसमांदा लोग मोदी के साथ खड़े होंगे, क्योंकि उनकी सरकार में उन्हें न्याय मिला है।' उन्होंने कहा कि विपक्ष भले ही प्रधानमंत्री को पसंद न करता हो, लेकिन लोग उन्हें पसंद करते हैं।
जद(यू) के पूर्व अध्यक्ष ने अपनी पार्टी के प्रमुख नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना और क्षेत्रीय पार्टी द्वारा विधेयक का समर्थन करने के लिए उनकी धर्मनिरपेक्षता पर सवाल उठाने के प्रयासों की भी निंदा की।
उन्होंने कहा कि बिहार में मुसलमानों के लिए जितना काम नीतीश कुमार ने अपने लगभग 20 साल के कार्यकाल में किया है, उतना किसी ने नहीं किया, चाहे वह उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना हो, भागलपुर दंगा मामलों में न्याय सुनिश्चित करना हो या कब्रिस्तानों का सीमांकन करना हो।
उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा, 'जद(यू) और नीतीश कुमार को धर्मनिरपेक्षता के आपके प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है। आपकी धर्मनिरपेक्षता वोट के लिए समाज को बांटने के बारे में है।' उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार में भाजपा के समर्थन से ऐसा किया।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने जाति जनगणना की मांग की है, लेकिन उन्हें वक्फ बोर्डों में पसमांदाओं की हिस्सेदारी बतानी चाहिए।