
ढाका/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के साथ भारत के रिश्तों को और मजबूत करने के लिए इस पड़ोसी देश की यात्रा पर हैं। वहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया जा रहा है, लेकिन कुछ कट्टरपंथियों को यह रास नहीं आ रहा है। उन्होंने जमकर उत्पात मचाया और पुलिसकर्मियों पर हमला किया।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हिफाजत-ए-इस्लाम के कट्टरपंथियों द्वारा शनिवार को ब्राह्मणपुरिया के सराइल उपजिला में अरूएल पुलिस शिविर पर धावा बोला गया। वहीं, फरीदपुर जिले के भांगा में एक पुलिस स्टेशन पर उपद्रवियों का कहर टूटा। इस तरह देशभर में कम से कम 26 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
इससे पहले, शुक्रवार को ढाका समेत चट्टोग्राम, ब्राह्मणबाड़िया व अन्य इलाकों में जमात-उल-मुजाहिदीन के समर्थक एकत्रित हुए, उन्होंने नमाज़ पढ़ी और उसके बाद उपद्रव मचाने लगे। हालांकि सरकार के पास ऐसी खुफिया रिपोर्टें थीं, जिसके बाद संबंधित स्थानों पर सुरक्षा बलों के जवानों को तैनात किया गया।
इसके बाद उपद्रवियों ने शनिवार दोपहर 3.30 बजे अरूएल पुलिस कैंप को निशाना बनाया। अरूएल बाजार में दोपहर को एक रैली निकाली गई, जिसमें मदरसे के छात्र और कई मौलवी शामिल हुए।
वहीं, उपद्रवियों ने फरीदपुर स्थित भांगा में पुलिस स्टेशन के मुख्य द्वार और वहां खड़ीं दो मोटरसाइकिलों को नुकसान पहुंचाया। उग्रवादी नेता इस दौरे से पहले ही माहौल को गरमाने में जुटे थे। उन्होंने मोदी के खिलाफ तीखे विरोध प्रदर्शन की धमकी दी और कोई भी नुकसान होने की सूरत में सरकार को जिम्मेदार ठहराने लगे। हिफाजत-ए-इस्लाम संगठन की ओर से कहा गया कि उसके कार्यकर्ता पूरे देश में प्रदर्शन करेंगे और रविवार सुबह हड़ताल करेंगे।
हालांकि दूसरी ओर, सरकार और स्थानीय लोगों की ओर से प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान मोदी ने भारत-बांग्लादेश संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने का संकल्प जताया।