द्रमुक सरकार लोगों पर डाल रही करों का बोझ, नहीं पा सकी महंगाई पर काबू: अन्नाद्रमुक
पलानीस्वामी ने बोला सरकार पर हमला
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चेन्नई/दक्षिण भारत। अन्नाद्रमुक महासचिव ईके पलानीस्वामी ने गुरुवार को कहा कि सत्तारूढ़ द्रमुक सरकार पिछले चार वर्षों से लोगों पर करों का बोझ डाल रही है और उसने मुद्रास्फीति के मुद्दे का समाधान नहीं किया है।
द्रमुक के सत्ता में आने के बाद से चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं। सरकार ने मूल्य वृद्धि पर लगाम लगाने के लिए कोई उपाय लागू नहीं किया है। पलानीस्वामी ने कहा, 'स्टालिन मॉडल सरकार ने तीन बार बिजली शुल्क बढ़ाया, संपत्ति कर और पेयजल कर बढ़ाया, जिससे लोगों पर भारी बोझ पड़ा।'पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां एक बयान में कहा कि कानून-व्यवस्था की गिरावट से लोगों की परेशानियां और बढ़ गई हैं।
अन्नाद्रमुक नेता ने कहा कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने दावा किया था कि उनकी सरकार ने साल 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले किए गए 90 प्रतिशत चुनावी वादों को लागू कर दिया है, लेकिन 22 जनवरी को शिवगंगा में एक सरकारी समारोह में बोलते हुए कहा कि 505 में से केवल 389 वादे पूरे हुए हैं और 116 आश्वासन अभी पूरे होने बाकी हैं।
पलानीस्वामी ने दावा किया, 'इससे उनका विरोधाभास उजागर हो गया है। मगालीर उरीमाई थोगई (महिलाओं को मासिक वित्तीय सहायता) योजना द्रमुक के सत्ता में आने के 28 महीने बाद लागू की गई और वह भी अन्नाद्रमुक द्वारा सरकार पर डाले गए दबाव के बाद।'