हमें संकल्प लेना है कि देश का शासन, प्रशासन, ज्ञान और अनुसंधान हमारी भाषाओं में होगाः शाह

हमें संकल्प लेना है कि देश का शासन, प्रशासन, ज्ञान और अनुसंधान हमारी भाषाओं में होगाः शाह

इस अवसर पर शाह ने सबको हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दीं


सूरत/दक्षिण भारत। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को गुजरात के सूरत में हिंदी दिवस समारोह-2022 एवं द्वितीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन को संबोधित किया।

इस अवसर पर शाह ने सबको हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह हम सबके लिए संविधान सभा के निर्णय को सिर्फ याद करने का दिन नहीं है। 75 साल से 100 साल, यह जो अमृत काल है, यह संकल्प लेने का और संकल्प सिद्धि करने का समय है।

शाह ने कहा कि हम सभी देशवासियों को संकल्प लेने की जरूरत है कि 25 साल के अंदर हमारा देश भाषा की लघुता ग्रंथि से मुक्त होकर स्वभाषाओं में अपना विकास करेगा, क्योंकि देश को दुनिया के सर्वाेच्च स्थान पर ले जाना है।

शाह ने कहा कि हमारी राजभाषा और हमारी स्थानीय भाषाएं विश्व की सबसे समृद्ध भाषाओं में से एक हैं। हमें यह संकल्प लेना है कि इस देश का शासन, प्रशासन, इस देश का ज्ञान और अनुसंधान हमारी भाषाओं में होगा, राजभाषाओं में होगा, तभी हम देश की क्षमताओं का उपयोग कर सकते हैं।

मैं देश के युवाओं से कहना चाहता हूं कि भाषा क्षमता की परिचायक नहीं है। भाषा अभिव्यक्ति है, क्षमता आपके अंदर है। युवा स्वभाषा और राजभाषा को आगे बढ़ाने का काम करें।

भारतेंदु हरिश्चंद्र ने कहा था- मातृभाषा की उन्नति के बिना राजभाषा की प्रगति संभव नहीं है। हर भाषा को मजबूत करते हुए, स्थानीय भाषा को मजबूत करते हुए राजभाषा को ताकत देने के लिए हमें आगे बढ़ना है।

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