देवेगौड़ा का आरोप: कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने 5 राज्यों के हालिया चुनावों में जनता का धन खर्च किया
उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्दरामैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर निशाना साधा
Photo: @narendramodi X account
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। जद (एस) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा ने शुक्रवार को कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार पर पांच राज्यों के हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी की सहायता के लिए राज्य का 'सार्वजनिक धन' खर्च करने का आरोप लगाया। साथ ही, उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्दरामैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर निशाना साधा।
पूर्व प्रधानमंत्री ने सिद्दरामैया पर आरोप लगाया कि वे पांच राज्यों में चुनाव के लिए कर्नाटक, विशेषकर बेंगलूरु से कांग्रेस पार्टी को धन के प्रवाह को नहीं रोक सके।पूर्व मुख्यमंत्री और देवेगौड़ा के बेटे एचडी कुमारस्वामी की नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद जद (एस) पिछले साल सितंबर में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में शामिल हो गई थी।
दोनों पार्टियों ने कहा है कि वे कर्नाटक में आगामी लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगी।
पिछले साल मई में 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के चुनावों में, जद (एस) ने कमजोर प्रदर्शन किया और केवल 19 सीटें जीतीं। कांग्रेस को 135 और भाजपा को 66 सीटें मिली थीं।
शिवकुमार, जो कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं, का जिक्र करते हुए देवेगौड़ा ने कहा, 'अब यह खुलकर सामने आ गया है कि वे कहां-कहां गए और कितना पैसा लेकर गए।'
'स्वच्छ सरकार' देने के सिद्दरामैया के बयान को लेकर उन पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने जानना चाहा कि वे बेंगलूरु में हो रहे 'अवैध कार्यों' को क्यों नहीं रोक पा रहे हैं?
जद (एस) संरक्षक ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'कृपया इसे अन्यथा न लें तो पांच राज्यों के चुनाव के दौरान यहां से कितना पैसा ले जाया गया? यह किसकी संपत्ति है? यह कर्नाटक की जनता का पैसा है।'
उन्होंने कहा, 'हमारे उपमुख्यमंत्री (शिवकुमार) और उनकी ढिठाई ... वे कहां गए, उन्होंने कितना पैसा पहुंचाया, चुनाव आयोग ने कितना पैसा जब्त किया, यह अब खुले में है। यह पैसा कहां से गया? यहां बेंगलूरु से।'
देवेगौड़ा ने कहा कि सभी एजेंसियां (जैसे बृहत् बेंगलूरु महानगर पालिके और बेंगलूरु विकास प्राधिकरण) और सिंचाई विभाग उनके (उपमुख्यमंत्री) हाथ में हैं। यहां क्या हो रहा है, देखकर मैं शर्म से भर जाता हूं।