'करुणा कमजोरी नहीं, बल्कि ताकत है'

करुणा इंटरनेशनल द्वारा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ

'करुणा कमजोरी नहीं, बल्कि ताकत है'

करुणा और जीवदया मानवता का सार हैं

चेन्नई/दक्षिण भारत। करुणा इंटरनेशनल, चेन्नई केंद्र द्वारा शनिवार को सुबह 10 बजे से शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम पुन्नमल्ली के नजरतपेट स्थित जय-जय शंकरा इंटरनेशनल विद्यालय में आयोजित किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा करुणा रैली निकाली गई, जिसमें 'प्रदूषण मुक्ति, पानी बचाओ, प्राणी रक्षा, पक्षी सुरक्षा' आदि नारों के साथ विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

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मुख्य अतिथि करुणा इंटरनेशनल, चेन्नई केंद्र के अध्यक्ष सज्जन जैन, विशेष अतिथि सचिव ज्ञानचंद कोठारी ने गायों को हरी घास खिलाई। अतिथि द्वारा विद्यालय प्रांगण में पौधारोपण किया गया।

सज्जन जैन, विशेष अतिथि सचिव ज्ञानचंद कोठारी, प्रमुख वक्ता इंदुमती उमेश ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। करुणा प्रार्थना के बाद प्रधानाचार्य मनमल्ली द्वारा स्वागत भाषण दिया गया।

सज्जन जैन ने उद्घाटन भाषण में कहा कि सच्ची करुणा इस मान्यता से उत्पन्न होती है कि सभी जीवन एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। हम करुणा का अभ्यास कर दुख को कम कर सकते हैं। हम दया दिखाते हैं तो सद्भावना में निहित दुनिया का पोषण करते हैं। करुणा कमजोरी नहीं, बल्कि ताकत है, जो शांति और समझ को बढ़ावा देती है।

ज्ञानचंद कोठारी ने कहा कि करुणा और जीवदया मानवता का सार हैं। यह निस्वार्थ प्रेम और सहानुभूति है, जो हम सभी प्रजाति, जाति या धर्म की बाधाओं को पार करते हुए जीवित प्राणियों के प्रति दिखाते हैं।

विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। प्रथम सत्र में इंदुमती उमेश द्वारा 'करुणा मूल्यों का उपयोग करके स्वयं का परिवर्तन' तथा द्वितीय सत्र में प्रमुख वक्ता पट्टाभिराम ने 'शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देना' पर उद्बोधन दिया। सभी शिक्षकों को करुणा प्रतिज्ञा करवाई गई। विद्यालय की करुणा क्लब प्रभारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।

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