वायुसेना, आईआईएससी और एफएसआईडी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए
यह सहयोग ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगा
एक-दूसरे के पास उपलब्ध परीक्षण सुविधाओं तक पहुंच उपलब्ध कराएगा
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। भारतीय वायुसेना की मुख्यालय मेंटेनेंस कमान ने बेस रिपेयर डिपो, पंचवटी, पालम के माध्यम से आईआईएससी, बेंगलूरु और फाउंडेशन फॉर साइंस इनोवेशन एंड डेवलपमेंट (एफएसआईडी), बेंगलूरु के साथ समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस समारोह में वायुसेना की ओर से मुख्यालय मेंटेनेंस कमान के डिप्टी सीनियर मेंटेनेंस स्टाफ ऑफिसर एयर वाइस मार्शल वीआरएस राजू, बेस रिपेयर डिपो के एयर ऑफिसर कमांडिंग एयर कमोडोर हर्ष बहल, आईआईएससी के रजिस्ट्रार कैप्टन (सेवानिवृत्त) श्रीधर वारियर और एफएसआईडी के निदेशक प्रो. बी गुरुमूर्ति ने भाग लिया।समझौता ज्ञापन में रडार, विमान, आईटी और संचार प्लेटफार्मों से संबंधित उपकरणों के रखरखाव और सर्विसिंग में वायुसेना के समस्या क्षेत्रों की संयुक्त रूप से पहचान करना और आर एंड डी के माध्यम से विश्वसनीयता-केंद्रित रखरखाव के लिए रणनीतिक रोड मैप विकसित करना शामिल है।
इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल), जीवनचक्र प्रबंधन, प्रॉडक्टिव रखरखाव और परिसंपत्ति नियोजन के लिए डिजिटल ट्विन आधारित टेक्नोलॉजी भी शामिल होंगी। यह समझौता ज्ञापन दोनों संगठनों को पारस्परिक लाभ के लिए एक-दूसरे के पास उपलब्ध परीक्षण सुविधाओं तक पहुंच उपलब्ध कराएगा।
यह सहयोग ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगा और स्टार्टअप्स, एमएसएमई और अन्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों को रक्षा स्वदेशीकरण कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करेगा।