कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार गिरी
कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार गिरी
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक में कई दिनों से चल रहा ‘सियासी नाटक’ मंगलवार को कांग्रेस-जनता दल (एस) के गठबंधन वाली सरकार के पतन के साथ समाप्त हुआ। विश्वासमत के दौरान एचडी कुमारस्वामी सरकार को केवल 99 वोट मिले। वहीं, विपक्ष के खाते में 105 वोट आए।
Karnataka: BJP supporters celebrate at party's state office in Bengaluru after HD Kumaraswamy led Congress-JD(S) coalition government lost trust vote in the assembly. pic.twitter.com/JS2dtRFYpr— ANI (@ANI) July 23, 2019
कुमारस्वामी ने शाम को सदन में विश्वास मत प्रस्ताव पेश किया था। इस पर अध्यक्ष ने वोटिंग कराई। कार्यवाही के दौरान सदन में 204 विधायक उपस्थित थे। बहुमत साबित करने में वंचित रही 14 महीने पुरानी सरकार आखिरकार गिर ही गई। बता दें कि विश्वास प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए कुमारस्वामी ने कहा था कि वे खुशी-खुशी पद छोड़ने के लिए तैयार हैं। अपने संबोधन में कुमारस्वामी ने कहा, मैं राजनीति में नहीं आना चाहता था, लेकिन भाग्य यहां ले आया।
BS Yeddyurappa, BJP: It is victory of democracy. People were fed up with Kumaraswamy government. I want to assure people of Karnataka that a new era of development will start now. pic.twitter.com/JmVrtTa9SK
— ANI (@ANI) July 23, 2019
उन्होंने कहा कि विश्वास मत की कार्यवाही को लंबा खींचने की उनकी कोई मंशा नहीं थी। कुमारस्वामी ने कहा, ‘मैं विधानसभाध्यक्ष और राज्य की जनता से माफी मांगता हूं।’ गौरतलब है कि विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने अधिकारियों से विधायकों की गिनती कराई थी। पहले सत्ता पक्ष के सदस्यों की गिनती हुई। इसके बाद विपक्ष के सदस्यों को गिना गया।
Congress leader HK Patil: Congress-JD(S) failed trust vote. This defeat is because of betrayal of our party legislatures, we have come under the influence of various things. I am people of Karnataka will not tolerate this type of betrayal to the Party. pic.twitter.com/ytyTOhNCBx
— ANI (@ANI) July 23, 2019
सरकार के समक्ष पिछले दिनों उस समय संकट खड़ा हो गया था जब दर्जनभर से ज्यादा विधायकों ने बगावत कर दी। ऐसे में सरकार को बचाए रखने के लिए विश्वास मत प्रस्ताव को टाला जा रहा था, लेकिन मंगलवार को सरकार को विश्वास मत प्रस्ताव की कार्यवाही का सामना करना पड़ा और उसका पतन हो गया।