केन्द्रीय मंत्री ने तेलंगाना मुक्ति दिवस मनाने की मांग की
केन्द्रीय मंत्री ने तेलंगाना मुक्ति दिवस मनाने की मांग की
हैदराबाद (मेडचल)। भाजपा की राष्ट्रीय नेता और केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योती ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव को खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि तेलंगाना मुक्ति दिवस आधिकारिक रूप से क्यों नहीं मनाया जाता है। तेलंगाना को रजाकारों से मुक्ति दिलाने के लिए हजारों लोगों को अपनी जान गंवानी प़डी थी और इसके बाद ही तेलंगाना को निजाम के शासन से मुक्ति दिलाई जा सकी थी। अब पृथक तेलंगाना के गठन के बाद मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव तेलंगाना मुक्ति दिवस नहीं मना रहे हैं। यह केवल स्वार्थ के लिए किया जा रहा है।तेलंगाना भाजपा द्वारा विमोचन यात्रा के दौरान मेडचल में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि वर्ष १९४७ में देश को आजादी मिलने के बाद भी तेलंगाना को आजादी नहीं मिली। इस दौरान यहां के लोगों ने निजाम के निरंकुश शासन के विरोध में हथियार उठाया और इस दौरान हजारांे लोगों को अपनी जान गंवानी प़डी। १७ सितंबर १९४८ को सरदार वल्लभ भाई पटेल ने तेलंगाना को आजादी दिलाई और इसे भारत में विलय किया। इसके बाद भी तेलंगाना विमोचन दिवस नहीं मनाया जाना सोचनीय विषय है। भाजपा १७ सितंबर को तेलंगाना विमोचन दिवस मनाने की काफी लंबे समय से मांग कर रही है, लेकिन सरकार ने इस मांग को अभी तक पूरा नहीं किया है। इस संदर्भ में भाजपा राज्य शाखा के अध्यक्ष लक्षमण ने कहा कि मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव केवल स्वार्थ के कारण तेलंगाना के इतिहास को तो़ड-मरो़ड कर पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेलंगाना आंदोलन के दौरान केसीआर ने तेलंगाना विमोचन दिवस को धूमधाम से मनाने की घोषणा की थी , लेकिन सत्ता में आने के बाद वे अपने इस वादे को भूल गये। उन्होंने कहा कि भाजपा इस यात्रा के जरिये लोगों को जागरुक करने के साथ- साथ एक और आंदोलन की तैयारी करेगी। इस कार्यक्रम में भाजपा के कई नेता उपस्थित थे।