बेंगलूरु: एक हफ्ते में इतनी तेजी से बढ़ी माइक्रो-कंटेनमेंट जोन की संख्या
बेंगलूरु: एक हफ्ते में इतनी तेजी से बढ़ी माइक्रो-कंटेनमेंट जोन की संख्या
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। शहर में कोरोना मामलों का दैनिक औसत पिछले कई हफ्तों में 300 से 400 के बीच रहा है, लेकिन पिछले एक सप्ताह में माइक्रो-कंटेनमेंट जोन की संख्या 80 से बढ़कर 101 हो गई है, जिसने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले गुरुवार तक महादेवपुरा जोन में इनकी सबसे बड़ी संख्या 29 थी। दूसरी ओर, पश्चिम जोन में इनकी सबसे कम संख्या तीन थी। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अभी खास ध्यान रखने की जरूरत है, अन्यथा माइक्रो-कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ सकती है।बीबीएमपी के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने स्थिति के बारे में कहा कि पॉजिटिव मामलों की बारीकी से निगरानी करने में मदद के लिए नियंत्रण उपायों को तेज करने और कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है। संक्रमित लोगों के ठीक होने तक निगरानी योजना से वायरस के प्रसार को सीमित किया जाता है।
इस पर पालिका अधिकारियों का कहना है कि अगर तीन लोग भी पॉजिटिव पाए जाते हैं तो अब माइक्रो-कंटेनमेंट जोन बना रहे हैं। शुरुआत में, एक क्लस्टर – 10 या अधिक पॉजिटिव मामलों का पता चलने के बाद कंटेनमेंट जोन बनाया गया था। अधिकारियों के अनुसार, कंटेनमेंट ज़ोन की संख्या बढ़ाने का उद्देश्य बारीकी से निगरानी करना और कोरोना के प्रसार को अधिक कुशलता से रोकना है।
विशेषज्ञों के अनुसार, बेंगलूरु में कोरोना की अगली लहर को रोकने के लिए जरूरी है कि वायरस का प्रसार माइक्रो लेवल पर ही नियंत्रित कर लिया जाए। इसके साथ ही लोगों को सावधानी बरतते हुए मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता संबंधी नियमों का पालन करना होगा।