एससी-एसटी को 70 प्रतिशत आरक्षण देने का विचार : सिद्दरामैया
एससी-एसटी को 70 प्रतिशत आरक्षण देने का विचार : सिद्दरामैया
बेंगलूरु। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (एससी – एसटी) समुदायों के लिए शिक्षा और सार्वजनिक क्षेत्र की सेवाओं में ७० प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए संविधान संशोधन की मांग करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण कराया है। सर्वेक्षण रिपोर्ट मिलने के बाद हम एससी-एसटी समुदाय के मौजूदा ५० प्रतिशत आरक्षण को बढाकर ७० प्रतिशत करने की प्रक्रिया को अपनाएंगे। उन्होंने कहा कि प़डोसी राज्य तमिलनाडु की तर्ज पर राज्य में एससी-एसटी के लिए ७० प्रतिशत आरक्षण की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। विधानसौधा परिसर में आयोजित वाल्मीकि जयंती समारोह, जो भारी बारिश के दौरान बुरी तरह बाधित हुआ, को संबोधित करते हुए सिद्दरामैया ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि आरक्षण ५० प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए। हालांकि तमिलनाडु में अपनाई गई प्रक्रिया इसके उलट थी जहां आरक्षण की सीमा ६९ प्रतिशत की गई थी। इसलिए राज्य सरकार ७० प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए संविधान संशोधन की मांग करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ७० प्रतिशत आरक्षण को एक वास्तविकता बनाने के लिए प्रयास करेगी क्योंकि एससी-एसटी जैसे वंचित समुदायों को सभी क्षेत्रों में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं मिला था। ॅफ्फ्र्-ॅफ्ट्टर् झ्द्य घ्य्द्य प्प्तश्च द्बष्ठ्र ुू ब्ज्य्द्य ·र्ैंद्यह्ठ्ठणक्क क्वघ्श्चसिद्दरामैया ने कहा कि मैं यह घोषणा वोट पाने के लिए नहीं कर रहा हूं बल्कि वंचित समुदायों को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए मैं यह कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने एससी-एसटी समुदायों के कल्याण हेतु पिछले चार वर्ष में २५००० करो़ड रुपए खर्च किया है। वहीं इस वित्तीय वर्ष में हमारी सरकार ने एससी-एसटी समुदायों के कल्याण हेतु ७००० करो़ड रुपए सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस वर्ष दिसम्बर के पहले सप्ताह में बल्लारी में एससी समुदायों की एक विशाल रैली आयोजित करेगी और एससी-एसटी समुदायों की दीर्घलंबित मांगों को पूरा करने का प्रावधान करेगी।प्य्त्द्बर््य·र्ैं ·र्ैंर् झ्श्न्यत्रद्बय् ·र्ैंय् ृद्मय्प्द्यह्लय्, ्यत्र्रझ्ष्ठडप्य्द्बर् फ्द्बय्यद्मत्रइसके पूर्व सिद्दरामैया ने विधानसौधा परिसर में महर्षि वाल्मीकि की एक १२ फीट की प्रतिमा का अनावरण और उनके नाम वाले एक बगीचे का उद्घाटन किया। पूर्व मंत्री तिप्पेस्वामी को इस वर्ष का वाल्मीकि अवार्ड प्रदान किया जिसके बाद उन्हें ५ लाख रुपए का चेक और स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।