तबाही की ओर पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था, रुपए में भारी गिरावट
'डॉलर की आपूर्ति को फिर से शुरू नहीं किया गया है'
'नीति वित्त मंत्री के मिजाज से तय नहीं होनी चाहिए'
कराची/दक्षिण भारत। पाकिस्तान में आर्थिक बदहाली के बीच उसकी मुद्रा डॉलर के मुकाबले गिरावट के नए रिकॉर्ड बना रही है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले सप्ताह रिकॉर्ड निचले स्तर पर गिरने के बाद पाकिस्तानी रुपए में 7.03 रुपए की और गिरावट आई है, जो सोमवार को इंटरबैंक बाजार में 269.63 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
यह शुक्रवार के 262.6 रुपए के बंद स्तर से 2.61 प्रतिशत के नुकसान के बराबर है। एक्सचेंज कंपनीज एसोसिएशन ऑफ पाकिस्तान (ईकैप) के महासचिव जफर पाराचा ने रुपए में गिरावट के लिए डॉलर की कमी को जिम्मेदार ठहराया।उन्होंने कहा, डॉलर की आपूर्ति को फिर से शुरू नहीं किया गया है। हमें नहीं पता कि बैंकों को आपूर्ति कहां से होगी, क्योंकि कोई व्यवस्था नहीं है।
वे एसबीपी के डिप्टी गवर्नर के पिछले हफ्ते एक बैठक में एक्सचेंज कंपनियों के प्रतिनिधियों के आश्वासन का जिक्र कर रहे थे कि वाणिज्यिक बैंकों को एक्सचेंज कंपनियों को डॉलर की आपूर्ति करने का निर्देश दिया जाएगा।
पाराचा ने कहा, बाजार में बहुत दहशत है। डॉलर मिले तो थोड़ी तसल्ली हो जाएगी। जब तक बाजार व्यवस्थित नहीं होता है, तब तक लोग अपने रेमिटेंस या निर्यात आय को नहीं बेचेंगे।
ईकैप के महासचिव ने विनिमय दर पर अनौपचारिक सीमा को हटाने के निर्णय में देरी के लिए सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इससे स्थिति और खराब हो गई है। उन्होंने कहा, 'नीति वित्त मंत्री के मिजाज से तय नहीं होनी चाहिए।'