हमारी सरकार लक्षद्वीप के सतत विकास के लिए प्रतिबद्ध: मोदी
प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप के कवरत्ती में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया
'आजादी के बाद दशकों तक केंद्र में रहीं सरकारों की एकमात्र प्राथमिकता अपने-अपने राजनीतिक दलों का विकास करना था'
कवरत्ती/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लक्षद्वीप के कवरत्ती में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। उन्होंने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि लक्षद्वीप का क्षेत्रफल भले ही छोटा है, लेकिन इसका हृदय बहुत बड़ा है। मैं यहां मिल रहे प्यार और आशीर्वाद से अभिभूत हूं। मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद दशकों तक केंद्र में रहीं सरकारों की एकमात्र प्राथमिकता अपने-अपने राजनीतिक दलों का विकास करना था। दूर-दराज के राज्यों, सीमावर्ती इलाकों या समुद्र के बीच के इलाकों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। गौरतलब है कि पिछले 10 वर्षों में हमारी सरकार ने सीमावर्ती इलाकों और समुद्र के किनारे के इलाकों को अपनी प्राथमिकता बनाया है।प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2020 में मैंने आपको गारंटी दी थी कि अगले 1,000 दिनों के अंदर आपको तेज इंटरनेट की सुविधा मिलेगी। आज कोच्चि-लक्षद्वीप सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया गया है। अब लक्षद्वीप में 100 गुना ज्यादा स्पीड से इंटरनेट मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत विश्व समुद्री खाद्य बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और इससे लक्षद्वीप को काफी फायदा हो रहा है। आज लक्षद्वीप की टूना मछली जापान को निर्यात की जा रही है और मछुआरों का कल्याण पूरी तरह सुनिश्चित किया जा रहा है। लक्षद्वीप में समुद्री शैवाल की खेती से जुड़ीं संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार लक्षद्वीप के सतत विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यहां मौजूद सौर ऊर्जा संयंत्र, जो बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) पर आधारित है, एक ऐसा उदाहरण है। विशेष रूप से, यह लक्षद्वीप की पहली बैटरी समर्थित सौर परियोजना है। इस परियोजना से राज्य के समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र पर कम प्रदूषण और कम प्रभाव पड़ेगा।