गेल और विटोल ने भारत में लंबी अवधि के एलएनजी आपूर्ति समझौते पर हस्ताक्षर किए
विटोल अपने वैश्विक एलएनजी पोर्टफोलियो से अखिल भारतीय आधार पर यहां गेल को एलएनजी वितरित करेगा
यह समझौता एलएनजी पोर्टफोलियो को बढ़ाएगा और मांग एवं आपूर्ति के अंतर को पाटने में योगदान देगा
सिंगापुर/दक्षिण भारत। गेल (इंडिया) लि. और विटोल एशिया पीटीई लि. ने साल 2026 से शुरू होने वाली लगभग 10 वर्षों की अवधि के लिए हर साल लगभग 10 लाख मीट्रिक टन एलएनजी की आपूर्ति के लिए भारत में दीर्घकालिक एलएनजी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत विटोल अपने वैश्विक एलएनजी पोर्टफोलियो से अखिल भारतीय आधार पर यहां गेल को एलएनजी वितरित करेगा।
इस अवसर पर गेल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संदीप कुमार गुप्ता ने कहा, 'गेल द्वारा विटोल के साथ यह दीर्घकालिक एलएनजी समझौता इसके बड़े एलएनजी पोर्टफोलियो को बढ़ाएगा और भारत की मांग एवं आपूर्ति के अंतर को पाटने में योगदान देगा।'विटोल के सीईओ रसेल हार्डी ने कहा, 'हमें विटोल और गेल के बीच मौजूदा संबंधों को आगे बढ़ाने और इस दीर्घकालिक एलएनजी आपूर्ति समझौते को एकसाथ पूरा करने पर खुशी है। भारत एक महत्त्वपूर्ण और बढ़ता हुआ एलएनजी बाजार है। हम यहां प्राकृतिक गैस की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपने वैश्विक एलएनजी पोर्टफोलियो से एलएनजी आपूर्ति लाने के लिए उत्साहित हैं।'
गेल (निदेशक मार्केटिंग) संजय कुमार ने सिंगापुर में हस्ताक्षर के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि गेल यह समझौता कर रहा है, क्योंकि भारत में प्राकृतिक गैस की मांग मजबूत हो रही है और यह एलएनजी टाईअप गेल द्वारा लंबी अवधि के सौदों के लिए विभिन्न एलएनजी आपूर्तिकर्ताओं के साथ की जा रहीं कई वार्ताओं का हिस्सा है।