जम्मू में बोले शाह- अंतिम सांसें गिन रहा आतंकवाद, पथराव करने वालों के हाथों में अब लैपटॉप
अमित शाह ने जम्मू के पलौरा में भाजपा की जनसभा को संबोधित किया
शाह ने कहा कि आज किसी की हिम्मत नहीं है पाकिस्तान का नारा लगाने की
जम्मू/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जम्मू के पलौरा में भाजपा की जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बहुत कठिन दौर से संघर्ष करके भाजपा के नेता जम्मू-कश्मीर की कश्ती को बाहर निकाल कर लाए हैं। जम्मू में पैर रखते ही भाजपा कार्यकर्ता के रोंगटे खड़े हो जाते हैं, यह याद करके कि भाजपा के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने यहीं बलिदान दिया था।
शाह ने कहा कि श्यामा प्रसादजी ने नारा दिया था, 'एक देश में दो विधान, दो प्रधान व दो निशान नहीं चलेगा'। आज जम्मू-कश्मीर से धारा 370 समाप्त हो गई है। पूरे देश की तरह यहां भी आन-बान-शान के साथ हमारा तिरंगा गगन छू रहा है।शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 साल में जम्मू-कश्मीर को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। एक जमाना था, जब ऐसे जलसे की कल्पना ही नहीं कर सकते थे। पथराव होता था, गोलीबारी होती थी, बम धमाके होते थे, पाकिस्तान से हड़ताल का ऐलान किया जाता था और धारा-370 का साया पूरे जम्मू-कश्मीर पर छाया होता था। आज धारा-370 समाप्त हो गई है, आतंकवाद अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है और जो युवा पथराव कर रहे थे, उनके हाथों में लैपटॉप हैं।
शाह ने कहा कि एनसी-पीडीपी वाले हमारे गुर्जर भाइयों को भड़काते थे कि भाजपा आपका आरक्षण काट देगी। मैंने संसद में कहा था कि हमारे गुर्जर भाइयों का एक प्रतिशत आरक्षण काटे बगैर पहाड़ी भाइयों को आरक्षण दिया जाएगा। मुझे खुशी है कि मोदी सरकार में गुर्जर, पहाड़ी, बकरवाल, ओबीसी, महिला ... सबको आरक्षण दिया गया है।
शाह ने कहा कि आज किसी की हिम्मत नहीं है पाकिस्तान का नारा लगाने की। आज यहां सिर्फ भारत माता की जय के लग रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में यह परिवर्तन हमारे नेता नरेंद्र मोदी ने किया है।
शाह ने कहा कि महबूबाजी कहती थीं कि अगर धारा-370 हटेगी तो तिरंगे को कोई कंधा देने वाला नहीं होगा। महबूबाजी, आप और मैं तो चले जाएंगे, लेकिन तिरंगा तो अजर है, अमर है, हमेशा रहने वाला है।
शाह ने कहा कि फारुक अब्दुल्ला कहते थे कि मोदी 10 बार प्रधानमंत्री बन जाएं, लेकिन धारा-370 नहीं हटा सकते। दस बार छोड़ो फारुक साहब, दूसरी बार में ही जम्मू-कश्मीर से धारा-370 हटा दी गई।