नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता दस वर्ष बाद भी बरकरार है: विजयेन्द्र येडीयुरप्पा
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने सभी 28 सीटें जीतने का दावा किया
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष विजयेन्द्र येडीयुरप्पा दक्षिण भारत राष्ट्रमत का अवलोकन करते हुए
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक के अध्यक्ष विजयेन्द्र येडीयुरप्पा ने कहा है कि अध्यक्ष बनने के बाद उनके नेतृत्व में यह पहला चुनाव है। अनेक चुनौतियों के साथ वह कर्नाटक की सभी 28 सीटों को जीतने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता चरम पर है। उनकी गारंटी पर जनता को विश्वास है। इधर राज्य में कांग्रेस की सरकार है और कई बजट पेश करने वाले अनुभवी मुख्यमंत्री सिद्दरामैया के साथ गारंटी योजनाएं भी हैं लेकिन इन सब के बावजूद वे नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता को मैच नहीं कर सकते हैं। दस साल से प्रधानमंत्री रहने के बाद भी नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता के ग्राफ में कोई कमी नहीं आई है। इसका कारण यह है कि मोदी के नेतृत्व में गत 10 वर्षों में देश में अनेक विकास कार्य हुए हैं। भाजपा के संकल्प पत्र में जो भी घोषणाएं की गई थी वह सभी पिछले 10 वर्षों में पूरी की गई हैं।
यहां पत्रकारों से बात करते हुए विजयेन्द्र ने कहा कि कर्नाटक की जनता जानती है कि राज्य सरकार और केन्द्र सरकार में क्या अंतर है। राज्य की बात आती है तो मुद्दे अलग होते हैं वहीं केन्द्र के मुद्दे अलग होते हैं। विधानसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस की सरकार बन गई हो लेकिन केंद्र के लिए कर्नाटक की जनता 10 साल के बाद भी नरेन्द्र मोदी को ही चाह रही है क्योंकि उनके काम की उपलब्धियों को लोग पसंद कर रहे हैं। विजयेन्द्र ने कहा कि मोदीजी ने हमेशा विकास की बात कही और विकास किया भी। विपक्ष ने उन पर हिन्दुत्व का एजेंडा का लाभ लेने का आरोप लगाया लेकिन उन्होंने केवल विकास और विकास की बात करते हुए हर वादा पूरा करके दिखाया।विजयेन्द्र ने कहा कि अयोध्या के राम मंदिर, आर्टिकल 370 हटाने जैसे वादों को भी पूरा किया है। मोदीजी ने 10 वर्षों में दिए अपने सभी वायदों को पूरा किया है। इतना ही नहीं, मोदी के नेतृत्व में गत दस वर्षों में भारत की विश्वभर में अलग छवि बनी है। सभी लोग उत्सुकता के साथ भारत की तरफ देख रहे हैं। वहीं कांग्रेस आरोप लगा रही है कि भारतीय अर्थव्यवस्था गिर रही है। लेकिन यह सफेद झूठ है। हाल ही में वर्ल्ड बैंक ने कहा कि केवल भारत ही एक चमकता देश है। केवल भारत ही ऐसा देश है जो 5.5 प्रतिशत की ग्रोथ रेट से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में येडीयुरप्पाजी अविवादित नेता रहे हैं, चाहे वह लिंगायत समाज हो, चाहे पूरा राज्य हो।येडीयुरप्पाजी को कोई भी केवल वीरशैव लिंगायत लीडर नहीं कहता है बल्कि उन्हें सभी समाज के लोग पसंद करते हैं। आज येडीयुरप्पाजी राज्य में कोई मुख्य पद पर भी नहीं है लेकिन राज्य की सभी लोकसभा सीटों के उम्मीदवार उन्हें अपने प्रचार के लिए बुलाना चाहते हैं। यह उनके कहने और करने के कारण है अर्थात उनकी कथनी और करनी में अंतर नहीं है। उन्होंने जो भी कहा है वह पूरा किया है। येडीयुरप्पाजी अपनी प्रतिबद्धता और एक्शन के लिए जाने जाते हैं।
विजयेन्द्र ने कहा, आज कई जगह असंतोष दिख रहा है लेकिन येडीयुरप्पाजी अपनी भूमिका बखूबी निभा रहे हैं। उन्होंने सभी प्रकार के असंतोष को शांत करने के सभी प्रयत्न किए हैं क्योंकि येडीयुरप्पा की प्रतिबद्धता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए है। पार्टी के वरिष्ठ बागी नेता के. ईश्वरप्पा को टिकट न मिलने के कारण उनके शिवमोग्गा से चुनाव लड़ने पर विजयेन्द्र ने कहा कि पहले सांसद राघवेन्द्र 1 लाख वोट से जीत रहे थे लेकिन अब ईश्वरप्पा के मैदान में आने से हम लगभग 2 लाख वोट से जीत रहे हैं। वहीं सांसद व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी भी दो लाख से अधिक मतों से चुनाव जीतेंगे। धारवाड़ में दिंगलेश्वर स्वामीजी को खड़ा नहीं होना था लेकिन अब वे मैदान में हैं। चिकबल्लापुर और बेंगलूरु उत्तर संसदीय क्षेत्र में कार्यकर्ताओं में चल रहे कुछ असंतोष की चर्चा के संबंध में उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है दोनों सीट भाजपा जीत रही है। अगर कहीं कुछ असंतोष है भी तो वह देखेंगे। उन्होंने कहा कि चुनौतियां बहुत हैं लेकिन उन सभी चुनौतियों पर खरा उतरकर ही मैं निखर पाऊंगा।