संदेशखाली में वोटबैंक के लिए ममता दीदी ने गरीब माताओं-बहनों पर अत्याचार होने दिया: शाह
केंद्रीय गृह मंत्री ने पश्चिम बंगाल के रायगंज में जनसभा को संबोधित केया
शाह ने कहा कि कांग्रेस और ममता बनर्जी, दोनों राम मंदिर का विरोध करते थे
रायगंज/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के रायगंज में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज हनुमान जयंती है और 22 जनवरी को मोदी ने राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्य किया। 500 वर्षों से रामलला को टेंट में बैठाकर रखा था। बंगाल वालों ने साल 2019 में 18 सीटें दीं और राम मंदिर का केस भी जीता। मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया और प्राण-प्रतिष्ठा भी कर दी।
शाह ने कहा कि कांग्रेस और ममता बनर्जी, दोनों राम मंदिर का विरोध करते थे, लेकिन बंगाल ने 18 सीटें दीं तो अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन गया। अब आप 35 सीटें दे दीजिए, बंगाल को हम घुसपैठ से मुक्त करा देंगे।शाह ने कहा कि मोदी के शानदार नेतृत्व ने 80 करोड़ से अधिक गरीबों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया। यह उनके नेतृत्व में ही है कि 4 करोड़ से अधिक लोगों को पक्के घर उपलब्ध कराए गए और लगभग 14 करोड़ घरों को नल के पानी का कनेक्शन दिया गया।
शाह ने कहा कि एक ओर तो दीदी आप घुसपैठियों को प्रदेश में आने दे रही हैं, दूसरी ओर शरणार्थियों की नागरिकता का विरोध कर रही हैं। कांग्रेस पार्टी या ममता बनर्जी की हिम्मत नहीं है कि वे सीएए को हटा सकें। हर हिंदू शरणार्थी को नागरिकता मिलेगी।
शाह ने कहा कि संदेशखाली में वोटबैंक के लिए ममता दीदी ने गरीब-लाचार माताओं-बहनों पर अत्याचार होने दिया। संदेशखाली की माताओं-बहनों ने संघर्ष किया, उच्च न्यायालय ने संज्ञान लिया और ममता दीदी के सारे चट्टे-बट्टे आज जेल में हैं।
शाह ने कहा कि ममता बनर्जी के राज में चुनावी हिंसा होती है। पंचायत चुनाव के दौरान 200-200 लोग मारे जाते हैं। लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बाद लोगों की हत्या होती है। देशभर में चुनाव होते हैं, कहीं हिंसा नहीं होती। बंगाल में चुनावी हिंसा होती है। इसका कारण सिर्फ तृणकां है।
शाह ने कहा कि मां, माटी, मानुष का नारा देकर ममता बनर्जी सत्ता में आई थीं। मां को तो संदेशखाली में अपमानित किया, माटी को बांग्लादेशी घुसपैठियों के हवाले किया और मानुष को भ्रष्टाचार और हिंसा करके समाप्त किया। अब तृणकां को सबक सिखाने का समय आ गया है।