'लाहौरी गैंग' के डिजिटल पैंतरे
ये शब्द हमारी आम बोलचाल से बिल्कुल अलग हैं
भारत में भी कई इलाके साइबर ठगों के गढ़ बन चुके हैं
भारत में 'डिजिटल अरेस्ट' के नाम पर साइबर ठगी की कई घटनाओं के जो ऑडियो-वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, उन पर गौर करें तो कुछ और ही बात सामने आती है। इसके बारे में ज्यादातर लोगों को मालूम नहीं है। अगर वे 'भाषा संबंधी' कुछ बातें ध्यान में रखें तो बहुत बड़े नुकसान से बच सकते हैं।
दरअसल इन गतिविधियों में लिप्त कई साइबर ठग जिस तरह बातचीत करते पाए गए, वह शब्दावली पाकिस्तान के लाहौर और उसके आस-पास के निवासियों की होती है। लहजा भी वही है। इसका अर्थ यह नहीं है कि साइबर ठगी की सभी घटनाओं को सिर्फ पाकिस्तानी ठग अंजाम दे रहे हैं। भारत में भी कई इलाके साइबर ठगों के गढ़ बन चुके हैं।इसके साथ ही जिस तरह ठगों के ऑडियो-वीडियो सामने आ रहे हैं, उसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि 'लाहौरी गैंग' भी 'डिजिटल अरेस्ट' के नाम पर लोगों के बैंक खाते खाली कर रही है। चोर कितना ही शातिर क्यों न हो, वह कहीं-न-कहीं ग़लती ज़रूर करता है।
'लाहौरी गैंग' के साइबर अपराधी इस बात की खूब कोशिश कर रहे हैं कि उनकी हिंदी बहुत अच्छी हो जाए। वे हिंदी के कुछ शब्द बोलते भी हैं, लेकिन जैसे ही मामला आगे बढ़ता है, पंजाबी लहजे वाली 'लाहौरी' उर्दू उनकी पोल खोल देती है।
उदाहरण के लिए- एक लाहौरी ठग यह कहता पाया गया, 'कमप्लेन किसने दर्ज करवानी है? ... आपने दर्ज करवानी है।' 'अच्छा, हम कर्र रहे हैं।' 'नहीं, वह तो हमारे एरिया से बाहिर है।' 'तो रनवीर, अपना पूरा नाम बताएं।' 'अपना इस्टेटमेंट आनलाइन दर्ज करवाएं।' 'आपने किसी को बताना नहीं है।' 'आनलाइन मैसिज रसीव होने के बाद सिर्फ मुझसे कांटक्ट करना है।'
एक और लाहौरी ठग खुद को तेलंगाना पुलिस का अधिकारी बता रहा था, लेकिन इस राज्य के नाम का उच्चारण 'तिलंगाना' कर रहा था। इसी तरह एक ठग खुद को 'महाराश्टर' पुलिस का अधिकारी बता रहा था, जिसका दफ़्तर 'ममबई' में है!
हिंदी का साधारण ज्ञान रखने वाला व्यक्ति भी मालूम कर सकता है कि ये शब्द हमारी आम बोलचाल से बिल्कुल अलग हैं। 'लाहौरी गैंग' ने कुछ शब्दों को रटने की कोशिश की है, जैसे- 'व्यक्ति', 'माता-पिता', 'देश', 'द्वारा' आदि। हालांकि कई शब्द उसकी 'मेहनत' पर पानी फेर देते हैं- 'आपने क्या समसिया दर्ज करवानी/करवाणी है?' 'इसके इलावा कुछ नहीं करना है।'
'मसला तकरीबन साल्व हो जाना है।' 'आपने नारमल रहना है ... बताएं ... आपके अधार कारड का मिसयूज हुआ है।' 'कौनसे / कौणसे नम्बर पर काल की थी?' 'कोई समसिया नहीं होगी, आपने सिर्फ अपना इस्टेटमेंट रिकारड करवाना है।'
'आपका पूरा नाम मि. ... जेन (जैन का उच्चारण) है?' 'धियान रखें।' 'आपका दमाग तो ठीक है?' 'आपके अधार कारड का इस्तेमाल निपाल (नेपाल का उच्चारण) के एड्रस पर कूरियर भेजने में किया जा रहा था।' 'आपने फून (फोन का उच्चारण) नहीं रखना है।'
'ओके मि. रोहत (रोहित का उच्चारण) ... आपने प्रोटोकाल को फालो करणा /करना है।' 'करपया लाइन पे बने रहें।' 'करेडिट कारड / कार्ड के लिए अपलाई किया था।' 'यह ग़ल्त बात है ... हमारी गरंटी है ... आपने बतानी है।' 'ओके मि. संजे (संजय का उच्चारण) ... विजे (विजय का उच्चारण) ...।'
'यह पासीबल नहीं है।' 'अगर आप इनोशंट हैं तो आपने घबराना नहीं है।' 'आपने कापरेट करना है, कोई पराबलम नहीं होगी।' 'आपके डाकूमेंट से इन्फारमेशन लीक हुई होगी।' 'आपने सिर्फ़ मुझसे कंटेक्ट करना है ... पेमंट करनी है।' 'आपने वट्सअप पर भेजना है।' 'बाहिर किसी को नहीं बताना है।' 'बात सुनें ... जय्य / जे (जय का उच्चारण) हिन्द /हिनद ('द' पर ज़्यादा ज़ोर)!'
इसलिए जागरूक रहें, सूझबूझ के अस्त्र से ठगों के जाल को काटें।