गौड़ा से ‘प्रतिशोध’ के भय से राहुल ने नहीं लड़ा कर्नाटक से चुनाव: मोदी
गौड़ा से ‘प्रतिशोध’ के भय से राहुल ने नहीं लड़ा कर्नाटक से चुनाव: मोदी
मैसूरु/चित्रदुर्गा/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक से लोकसभा चुनाव इस भय से नहीं लड़ा कि कहीं जदएस प्रमुख एचडी देवेगौड़ा सोनिया गांधी द्वारा पीठ में ‘छुरा भोंकने’ का प्रतिशोध न लें जब उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था।
मोदी ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की दृष्टि और एजेंडा ‘मोदी हटाओ’ है जिसे ‘महामिलावट’ (विपक्षी दलों के महागठबंधन की ओर इशारा करते हुए) के सहयोगियों द्वारा भी साझा किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी कांग्रेस के लिए ‘पंचिंग बैग’ बन गए हैं।उन्होंने कहा कि यद्यपि कांग्रेस राज्य में जदएस के साथ सत्ता साझा कर रही है लेकिन गांधी ने अपनी पारंपरिक सीट अमेठी के अलावा दूसरी सीट से चुनाव लड़ने के लिए कर्नाटक की बजाय केरल का चयन किया। मोदी ने दावा किया कि ऐसा इसलिए क्योंकि कांग्रेस को भय था कि गौड़ा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा उन्हें पीठ में ‘छुरा भोंकने’ का प्रतिशोध ले सकते हैं जब उन्हें 1996 में प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था जब वह संयुक्त मोर्चा सरकार का नेतृत्व कर रहे थे।
उन्होंने राहुल गांधी के केरल के वायनाड से दूसरी सीट के तौर पर चुनाव लड़ने का उल्लेख करते हुए कहा कि आज कोई भी कांग्रेस की दुर्दशा की कल्पना कर सकता है जब उसके वर्तमान अध्यक्ष की वर्तमान सीट भी खतरे में है। वहीं दोपहर में चित्रदुर्गा में आयोजित एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में एक मजबूत प्रधानमंत्री होना चाहिए जिसकी आलाकमान केवल जनता होनी चाहिए।
विपक्षी दलों के ‘महागठबंधन’ को ‘महामिलावट’ करार देते हुए मोदी ने कहा कि देश में ऐसी सरकार नहीं होनी चाहिए जिसका रिमोट कंट्रोल एक दर्जन लोगों के हाथों में हो। प्रधानमंत्री ने यहां चुनावी सभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि पाकिस्तान में बालाकोट हवाई हमले के बाद दुनिया भारत के साथ खड़ी है लेकिन महामिलावट में शामिल लोगों ने उनकी निंदा की। उन्होंने कहा, क्या आप ऐसी सरकार चाहते हैं जिसका रिमोट कंट्रोल एक दर्जन लोगों के हाथ में हो?