भाजपा की डबल इंजन की सरकारें सुशासन का प्रतीक बन रही हैं: मोदी
प्रधानमंत्री ने जयपुर में 'एक वर्ष-परिणाम उत्कर्ष' कार्यक्रम को संबोधित किया
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जयपुर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के जयपुर में 'एक वर्ष-परिणाम उत्कर्ष' कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं राजस्थान की जनता को, राजस्थान की भाजपा सरकार को एक साल पूरा करने के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। इस एक साल की यात्रा के बाद आप जब लाखों की तादाद में आशीर्वाद देने आए हैं, मेरा भी सौभाग्य है कि मैं आज आपके आशीर्वाद को प्राप्त कर सका।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते एक साल में राजस्थान के विकास को नई गति, नई दिशा देने में मुख्यमंत्री भजनलाल और उनकी पूरी टीम ने बहुत परिश्रम किया है। यह पहला साल एक प्रकार से आने वाले अनेक वर्षों को मजबूत नींव बना है।प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का उत्सव सरकार के एक साल पूरा होने तक सीमित नहीं है। ये राजस्थान के फैलते प्रकाश का भी उत्सव है। राजस्थान के विकास का भी उत्सव है। अभी कुछ दिन पहले ही मैं निवेश सम्मेलन के लिए राजस्थान आया था। देश और दुनियाभर के बड़े-बड़े निवेशक यहां जुटे थे। आज यहां 45-50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये प्रोजेक्ट राजस्थान में पानी की चुनौती का स्थायी समाधान करेंगे। ये प्रोजेक्ट राजस्थान को देश के सबसे कनेक्टेड राज्यों में से एक बनाएंगे। इससे राजस्थान में निवेश को बल मिलेगा। रोजगार के अनगिनत अवसर बनेंगे। राजस्थान के पर्यटन को, यहां के किसानों को, नौजवान साथियों को इससे बहुत फायदा होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भाजपा की डबल इंजन की सरकारें सुशासन का प्रतीक बन रही हैं। भाजपा जो भी संकल्प लेती है, उसे पूरा करने का ईमानदारी से प्रयास करती है। आज देश के लोग कह रहे हैं कि भाजपा सुशासन की गारंटी है। तभी तो एक के बाद एक राज्यों में आज भाजपा को इतना भारी जनसमर्थन मिल रहा है। देश ने लोकसभा में भाजपा को लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर दिया है। बीते 60 सालों में हिंदुस्तान में ऐसा नहीं हुआ था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र में भाजपा ने लगातार दूसरी बार सरकार बनाई है। चुनाव नतीजों के हिसाब से देखें तो वहां भी लगातार तीसरी बार बहुमत मिला है। वहां भी पहले से कहीं अधिक सीटें भाजपा को मिली हैं। इससे पहले हरियाणा में लगातार तीसरी बार भाजपा की सरकार बनी है। हरियाणा में भी पहले से ज्यादा बहुमत लोगों ने दिया है। अभी हुए राजस्थान के उपचुनाव में हमने देखा है कि कैसे भाजपा को लोगों ने जबरदस्त समर्थन दिया है। यह दिखाता है कि भाजपा के काम और भाजपा के कार्यकर्ताओं की मेहनत और आज जनता-जनार्दन को कितना विश्वास है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने यहां एक साल में हजारों भर्तियां भी निकाली हैं। यहां पूरी पारदर्शिता से परीक्षाएं भी हुई हैं, नियुक्तियां भी हो रही हैं। भाजपा ने जो वायदे किए थे, उन्हें वह तेजी से पूरा कर रही है। आज का यह कार्यक्रम भी इसी की एक अहम कड़ी है। राजस्थान के लोगों के आशीर्वाद से बीते 10 साल से केंद्र में भाजपा की सरकार है। इन 10 सालों में हमने देश के लोगों को सुविधाएं देने, उनके जीवन से मुश्किलें कम करने पर बहुत जोर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अटलजी ने नदियों को जोड़ने का विजन रखा था। उन्होंने इसके लिए उन्होंने विशेष कमेटी भी बनाई। मकसद यही था कि जिन नदियों में जरूरत से ज्यादा पानी है, उसको सूखाग्रस्त क्षेत्रों तक पहुंचाया जा सके। इससे बाढ़ की समस्या और सूखे की समस्या, दोनों का समाधान संभव था। उच्चतम न्यायालय ने भी इसके समर्थन में बातें कही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस कभी आपके जीवन से पानी की मुश्किलें कम नहीं करना चाहती। हमारी नदियों का पानी बहकर सीमापार चला जाता था, लेकिन हमारे किसानों को इसका लाभ नहीं मिलता था। कांग्रेस समाधान के बजाय राज्यों के बीच जल-विवाद को ही बढ़ावा देती रही।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं जब गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब मां नर्मदा का पानी गुजरात के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंचाने का बड़ा अभियान चलाया था। तब उसे रोकने के लिए भी कांग्रेस द्वारा और कुछ एनजीओ द्वारा तरह-तरह के हथकंडे अपनाए गए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को कांग्रेस ने कितना लटकाया, यह भी कांग्रेस की नीयत का प्रत्यक्ष प्रमाण है। ये किसानों के नाम पर बातें बड़ी-बड़ी करते हैं, लेकिन किसानों के लिए न खुद कुछ करते हैं और न दूसरों को करने देते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा की नीति, विवाद की नहीं संवाद की है। हम विरोध में नहीं, सहयोग में विश्वास करते हैं। हम व्यवधान में नहीं, समाधान पर यकीन करते हैं। इसलिए हमारी सरकार ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को स्वीकृत भी किया है और विस्तार भी किया है। जैसे ही मप्र और राजस्थान में भाजपा सरकार बनी तो पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना लिंक परियोजना पर समझौता हो गया।