65 साल के शेख ने 5 लाख देकर नाबालिग से रचाया निकाह
65 साल के शेख ने 5 लाख देकर नाबालिग से रचाया निकाह
हैदराबाद। पैसों के लालच में इंसान जाने क्या-क्या कर जाता है और इसके लिए उसे बिल्कुल भी पछतावा नहीं होता है। ऐसा एक मामला सामने आया है जिसमें एक महिला ने १६ साल की नाबालिग ल़डकी को ५ लाख रुपए में एक शेख को बेच दिया। इस ६५ वर्षीय शेख ने उस नाबालिग से शादी कर ली। इसकी शिकायत नाबालिग की मां ने हैदराबाद पुलिस के समक्ष दर्ज कराई है। जानकारी अनुसार खा़डी देश ओमान में रहने वाले एक ६५ वर्षीय शेख ने धोखे से एक १६ वर्षीय नाबालिग के साथ शादी की और उसे ओमान की राजधानी मस्सकट लेकर पहुंच गया। पीि़डता की मां सईदा उनीसा ने इसकी शिकायत हैदराबाद पुलिस में दर्ज कराई है और पुलिस एवं प्रशासन से अपनी बेटी को वापस लाने की मांग की है। पुलिस को दी गई शिकायत में उनीसा ने इस मामले में अपने पति की बहन गौसिया और उसके पति सिकंदर को जिम्मेदार ठहराया है। पीि़डता की मां ने बताया कि यह शेख इसी साल रमजान से पहले हैदराबाद आया था। उनीसा ने पुलिस को बताया कि उसने इस रिश्ते को पहली बार में ही नकार दिया था, लेकिन सिकंदर ने एक काजी को बुलाकर एक होटल में शेख और उसकी बेटी का निकाह करा दिया था।सईदा ने यह भी बताया कि जब शेख से इस बारे में पूछताछ की तो उसने कहा कि ल़डकी को ५ लाख रुपए में खरीदा है। उसने कहा कि यह राशि उसने सिकंदर को दे दी है। शेख ने कहा कि वह ल़डकी को तब ही वापस भेजेगा जब उसे ५ लाख रुपए वापस दिए जाएंगे। शादी के बाद शेख अपनी नाबालिग दुल्हन के साथ चार दिनों के लिए एक होटल में रुका रहा। बाद में सिकंदर ने ओमान जाने के लिए ल़डकी के पासपोर्ट और अन्य दस्तावेजों की व्यवस्था की। सईदा ने बताया कि जब उसने सिकंदर से बेटी को वापस लाने को कहा तो उसने धमकी दी।
हैदराबाद। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने हैदराबाद के पुलिस आयुक्त को ६५ वर्षीय अरब शेख से १६ वर्षीय भारतीय ल़डकी के जबरन और अवैध विवाह के मामले की जांच करने को कहा है। श्रीमती गांधी ने गुरुवार को अपने ट्विटर पर कहा कि १६ वर्षीय किशोरी की ओमान के बू़ढे शेख से जबरन और अवैध विवाह करने की घटना हृदय विदारक है। उन्होंने बताया कि हैदराबाद के पुलिस आयुक्त को पूरे मामले की जांच करने और अवैध विवाह कराने वाले व्यक्ति की पहचान करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से इस मामले में हस्तक्षेप करने और इस किशोरी को वापस स्वदेश लाने का अनुरोध करेंगी। इसके अलावा राष्ट्रीय बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग से भी पीि़डत के परिजनों से संपर्क करने को कहा गया है।